प्रयागराज शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 10 जून से शुरू :   संपर्क करें
ध्यान दें:

झारखंड स्टेट पी.सी.एस.

  • 22 May 2023
  • 0 min read
  • Switch Date:  
झारखंड Switch to English

गिरिडीह के सरिया व बिरनी को केंद्रीय मंत्री ने दी जलापूर्ति योजनाओं की सौगात

चर्चा में क्यों?

20 मई, 2023 को केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने गिरिडीह ज़िले के सरिया व बिरनी प्रखंड में जलापूर्ति योजनाओं का शिलान्यास किया।

प्रमुख बिंदु 

  • केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने गिरिडीह ज़िले के सरिया प्रखंड क्षेत्र की अमनारी पंचायत अंतर्गत करनीडीह में 54 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली दो जलापूर्ति योजना क्रमश: अमनारी व कैलाटांड जलापूर्ति योजना का शिलान्यास किया।
  • इस योजना से अमनारी, परसिया व घुठियापेसरा पंचायत के एक दर्जन गाँव के 20 हज़ार 889 लोग लाभान्वित होंगे।
  • कैलाटांड जलापूर्ति योजना से कैलाटांड, मोकामो, बंदखारी तथा कुसमाडीह के एक दर्जन गाँव की लगभग 20 हज़ार की आबादी लाभान्वित होगी।
  • विधायक विनोद कुमार सिंह ने कहा कि 24 करोड़ से अमनारी व 30 करोड़ की लागत से कैलाटांड जलापूर्ति योजना पूरी होगी। इस योजना से क्षेत्र के हज़ारों लोग लाभान्वित होंगे एवं क्षेत्र के लोगों को शुद्ध पेयजल मिलेगा। 

झारखंड Switch to English

जमशेदपुर के दलमा में बनेगा ग्रासलैंड

चर्चा में क्यों?

20 मई, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार जमशेदपुर के दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी से सटे गाँवों में हाथियों और मानव के आपसी संघर्ष को कम करने व वन्यजीवों की हो रही कमी को दूर करने के लिये वन विभाग द्वारा वन क्षेत्र में ग्रासलैंड (घास का मैदान) विकसित किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु 

  • जानकारी के अनुसार वन विभाग ने इसके लिये कार्य योजना बनाई है। वन क्षेत्र में ग्रासलैंड विकसित किया जाएगा, ताकि इसके माध्यम से जीव जंतुओं को बाहर निकलने से रोका जा सके।
  • ग्रासलैंड के माध्यम से दलमा सेंचुरी क्षेत्र में शाकाहारी व माँसाहारी जीवों के लिये भोजन श्रृंखला सुदृढ़ करने की कवायद शुरू कर दी गई है।
  • विदित है कि दलमा सेंचुरी क्षेत्र में लगातार हो रहे अतिक्रमण के चलते उसमें रहने वाले जानवरों को पर्याप्त भोजन वन क्षेत्र में उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, जिसके कारण हाथी और अन्य जानवर लगातार आबादी वाले क्षेत्र में घुस रहे हैं और बच्चों व मवेशियों को निशाना बना रहे हैं।
  • लगातार बढ़ रहे मानव-वन्यजीव संघर्ष को लेकर वन विभाग ने भी इसके प्रभावी नियंत्रण पर कार्य शुरू कर दिया है। करीब 194 वर्ग किलोमीटर में फैले दलमा सेंचुरी क्षेत्र में अब ग्रासलैंड विकसित कर सभी जानवरों के लिये पर्याप्त फूड चेन तैयार की जाएगी।
  • दलमा सेंचुरी में अभी 10 हेक्टेयर में ग्रासलैंड विकसित किया जा रहा है। इनके विकसित होने से दलमा सेंचुरी में रहने वाले जंगली जानवरों की आबादी बढ़ेगी, शाकाहारी जानवरों के अलावा जीव जंतुओं का भी रखरखाव आसान हो सकेगा तथा भोजन के लिये पर्याप्त शिकार भी दलमा के अंदर ही उपलब्ध होगा।


 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2