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उत्तर प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 22 Jul 2025
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उद्यमी मित्रों के लिये HRMS पोर्टल

चर्चा में क्यों?

उत्तर प्रदेश सरकार ने निवेशक सुविधा और आंतरिक दक्षता बढ़ाने के लिये 'उद्यमी मित्रों' के लिये मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (HRMS) पोर्टल लॉन्च किया है।

  • राज्य के निवेश सारथी प्लेटफॉर्म के साथ एकीकृत इस क्लाउड-आधारित प्लेटफॉर्म का उद्देश्य आवश्यक प्रशासनिक कार्यों को डिजिटल बनाना और सुव्यवस्थित करना है।

मुख्य बिंदु

HRMS पोर्टल के बारे में:

  • मानव संसाधन कार्यों का स्वचालन: HRMS पोर्टल को मुख्य मानव संसाधन कार्यों जैसे उपस्थिति, अवकाश प्रबंधन, वेतन प्रसंस्करण और फॉर्म-16 निर्माण को स्वचालित करने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
  • अभिलेखों तक रियल-टाइम पहुँच: यह पोर्टल कर्मचारियों के अभिलेखों तक रीयल-टाइम पहुँच प्रदान करता है, जिससे पारदर्शिता को बढ़ावा मिलता है तथा ज़िला एवं राज्य स्तर पर प्रशासनिक निगरानी को सुदृढ़ किया जाता है।
  • कार्यप्रवाह का डिजिटलीकरण: मैनुअल प्रणाली से सिस्टम-आधारित कार्यप्रवाह की ओर संक्रमण से HR प्रक्रियाओं की गति व शुद्धता में वृद्धि होती है, जिससे समस्त संचालन अधिक सुचारू बनते हैं।
  • निवेश सारथी के साथ एकीकरण: निवेश सारथी के साथ एकीकरण करके, पोर्टल उद्यमी मित्रों और अन्य सरकारी प्लेटफार्मों के बीच निर्बाध समन्वय सुनिश्चित करता है, जिससे संचार एवं परिचालन दक्षता में वृद्धि होती है।

उद्यमी मित्र

  • मुख्यमंत्री उद्यमी मित्र योजना (2023 में प्रारंभ) के अंतर्गत, ज़िलों तथा औद्योगिक प्राधिकरणों में 110 से अधिक प्रशिक्षित उद्यमी मित्रों की नियुक्ति की गई है।
  • ये मित्र निवेशकों और सरकार के मध्य संपर्क सेतु की भूमिका निभाते हैं।
  • इनकी प्रमुख ज़िम्मेदारियाँ इस प्रकार हैं:
    • भूमि पहचान: निवेशकों को उनकी परियोजनाओं के लिये उपयुक्त भूमि की पहचान करने में सहायता करना।
    • समझौता ज्ञापन ट्रैकिंग: समझौता ज्ञापनों (MoU) के सुचारू निष्पादन और निगरानी को सुनिश्चित करना।
    • निवेश प्रस्ताव सत्यापन: सरकारी नीतियों के साथ संरेखण सुनिश्चित करने के लिये निवेश प्रस्तावों का सत्यापन और वैधीकरण करना।
    • औद्योगिक अंतःक्रियाएँ: उद्योगपतियों और सरकारी प्राधिकारियों के बीच सुचारू अंतःक्रिया को सुगम बनाना।
    • बाधाओं का समाधान: निवेश मित्र, निवेश सारथी और OIMS (ऑनलाइन औद्योगिक प्रबंधन प्रणाली) जैसे प्लेटफार्मों के माध्यम से निवेशकों के सामने आने वाली बाधाओं को दूर करना।

उत्तर प्रदेश सरकार की अन्य निवेशक-अनुकूल पहल

  • निवेश सारथी:
    • उत्तर प्रदेश में निवेश सारथी एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जिसे राज्य में निवेश प्रक्रिया को सुविधाजनक और सुव्यवस्थित करने हेतु नवंबर 2022 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लॉन्च किया गया।
    • यह प्लेटफॉर्म निवेशकों के लिये एकल-खिड़की निकासी प्रणाली के रूप में कार्य करता है तथा 50 से अधिक सरकारी विभागों की सेवाओं को एक डिजिटल पोर्टल पर एकीकृत कर उनके साथ संवाद को सरल बनाता है।
  • इन्वेस्ट यूपी:
    • राज्य की समर्पित नोडल एजेंसी, जो संभावित और मौजूदा निवेशकों को नीतिगत समर्थन, परियोजना सुविधा तथा देखभाल सेवाएँ प्रदान करती है।
    • यह एजेंसी निवेश प्रस्तावों को गति देने और उद्योग जगत की भागीदारी को प्रोत्साहित करने हेतु यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट जैसे प्रमुख कार्यक्रमों का संचालन करती है।
  • व्यापक भूमि बैंक विकास
    • उत्तर प्रदेश सरकार ने 30,000 एकड़ का भूमि बैंक विकसित किया है, विशेष रूप से एक्सप्रेस-वे के किनारे, जिसमें से 4,000 एकड़ भूमि औद्योगिक विकास हेतु पहले ही आवंटित की जा चुकी है।

विशेष क्षेत्रीय नीतियाँ:

  • उत्तर प्रदेश औद्योगिक निवेश एवं रोज़गार प्रोत्साहन नीति 2022
    • GCC नीति 2024 (वैश्विक क्षमता केंद्र): वैश्विक फर्मों को मेट्रो और गैर‑मेट्रो दोनों शहरों में केंद्र स्थापित करने हेतु 50% तक भूमि सब्सिडी, पूंजी सब्सिडी तथा स्थानीय प्रतिभाओं के लिये वेतन सहायता प्रदान करती है।
    • SAF विनिर्माण प्रोत्साहन नीति 2025: भारत में अपनी तरह की पहली नीति, जो सतत् विमानन ईंधन उद्योगों पर ध्यान केंद्रित करते हुए प्रोत्साहन एवं सुव्यवस्थित समर्थन प्रदान करती है, जिससे निवेशकों तथा स्थानीय किसानों दोनों को लाभ होगा।
    • इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्लस्टर (EMC 2.0): गौतम बुद्ध नगर में 417 करोड़ रुपए की परियोजना, जिसके माध्यम से वर्ष 2028 तक 2,500 करोड़ रुपए का निवेश आने तथा 15,000 नौकरियाँ सृजित होने की संभावना है, जो मेक इन इंडिया के अनुरूप इलेक्ट्रॉनिक्स पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त बनाएगी।


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FIDE विश्व कप 2025 भारत में आयोजित होगा

चर्चा में क्यों?

भारत 30 अक्तूबर 2025 से 27 नवंबर 2025 तक शतरंज विश्व कप 2025 की मेज़बानी करेगा, मेज़बान शहर की घोषणा बाद में अंतर्राष्‍ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) द्वारा की जाएगी। 

मुख्य बिंदु

विश्व कप के बारे में:

  • FIDE शतरंज विश्व कप 2025 नॉकआउट प्रारूप में आयोजित किया जाएगा, जिसमें 206 खिलाड़ी भाग लेंगे।
  • प्रतियोगिता में गतिशील विलोपन प्रणाली होगी, जिसमें हारने वाला खिलाड़ी प्रत्येक राउंड के बाद बाहर हो जाता है।
  • प्रत्येक राउंड तीन दिनों तक चलता है: पहले दो दिन दो क्लासिकल खेल तथा यदि आवश्यक हो तो तीसरे दिन टाई-ब्रेक खेले जाएंगे।
  • शीर्ष 50 खिलाड़ियों को पहले दौर में बाई (byes) दी जाएगी, जबकि शेष खिलाड़ी इस सिद्धांत के आधार पर खेलेंगे कि शीर्ष आधा भाग उलटे क्रम वाले निचले आधे भाग से स्पर्द्धा करेगा।

चयन की प्रक्रिया:

  • प्रत्यक्ष प्रवेश: वर्ष 2025 शतरंज विश्व कप के शीर्ष तीन स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को वर्ष 2026 कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में सीधे प्रवेश मिलेगा।
  • पात्र खिलाड़ी: वर्तमान विश्व चैंपियन, 2023 विश्व कप के शीर्ष चार विजेता, महिला विश्व चैंपियन, 2024 विश्व जूनियर चैंपियन (U-20) तथा अन्य महाद्वीपीय प्रतियोगिताओं के विजेता।
  • महाद्वीपीय स्थान: महाद्वीपीय आयोजनों के माध्यम से खिलाड़ियों को 80 स्थान प्रदान किये जाएंगे। प्रत्येक महाद्वीप को अलग आवंटन प्राप्त होगा (अफ्रीका: 3, एशिया: 35, यूरोप: 30, अमेरिका: 3)।
  • शीर्ष रेटिंग वाले खिलाड़ी: FIDE जून 2025 रेटिंग सूची के उच्चतम रेटिंग प्राप्त खिलाड़ी आमंत्रित किये जाएंगे, साथ ही वर्ष 2024 शतरंज ओलंपियाड की शीर्ष 100 राष्ट्रीय संघों से भी खिलाड़ी चयनित होंगे।

शतरंज में भारत के योगदान

  • भारत ने विश्व के कुछ सर्वाधिक प्रसिद्ध शतरंज खिलाड़ी दिये हैं, जिनमें सबसे उल्लेखनीय हैं विश्वनाथन आनंद, जो पाँच बार के विश्व चैंपियन और वर्तमान FIDE के उपाध्यक्ष हैं, जिन्होंने भारत को वैश्विक शतरंज केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद की है।
  • गुकेश डोमाराजू, प्रज्ञानंद आर और अर्जुन एरिगैसी जैसी युवा प्रतिभाओं के उभरने से देश के शतरंज परिदृश्य में एक नया परिवर्तन आया है।
  • वर्ष 2024 में, भारत ओपन और महिला शतरंज ओलंपियाड दोनों टीमों में अपना पहला स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। 
  • वर्ष 2024 FIDE विश्व शतरंज चैंपियनशिप गुकेश डोमाराजू ने जीती, जो 18 वर्ष की आयु में इतिहास में सबसे कम उम्र के शतरंज विश्व चैंपियन बने।
  • उन्होंने सिंगापुर में आयोजित 14-गेम के क्लासिकल मैच में मौजूदा चैंपियन डिंग लिरेन (चीन) को हराया।
    • FIDE विश्व चैंपियनशिप 2024 का मैच 138 वर्षों में पहला मैच था, जिसमें एशिया से दो प्रतियोगी शामिल थे।
    • प्रज्ञानंद आर 2023 विश्व कप में उपविजेता भी रहे।
  • भारत में प्रमुख शतरंज प्रतियोगिताएँ: भारत ने अंतर्राष्‍ट्रीय शतरंज आयोजनों की सफल मेज़बानी के क्षेत्र में भी खुद को मज़बूत रूप से स्थापित किया है। हाल के कुछ उल्लेखनीय आयोजन इस प्रकार हैं:
    • FIDE शतरंज ओलंपियाड 2022: यह आयोजन मामल्लपुरम में हुआ था और यह प्रशंसनीय ढंग से आयोजित किया गया।
    • टाटा स्टील शतरंज इंडिया: यह वैश्विक शतरंज कैलेंडर का एक महत्त्वपूर्ण आयोजन बन चुका है।
    • FIDE विश्व जूनियर U20 चैंपियनशिप 2024: भारत द्वारा आयोजित इस आयोजन ने देश की उच्च स्तरीय शतरंज आयोजनों की क्षमता को दर्शाया।
    • FIDE महिला ग्रैंड प्रिक्स (2025): यह वैश्विक शृंखला का एक भाग है, जो शतरंज में महिलाओं की भागीदारी को रेखांकित करता है।


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काशी घोषणा-पत्र

चर्चा में क्यों?

वाराणसी के रुद्राक्ष अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आयोजित युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन ‘काशी घोषणा-पत्र’ को औपचारिक रूप से अपनाने के साथ संपन्न हुआ, जो वर्ष 2047 तक नशा मुक्त समाज की दिशा में भारत की यात्रा में एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है।

मुख्य बिंदु 

युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन के बारे में:

  • युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित इस शिखर सम्मेलन में 600 से अधिक युवा नेता और 120 आध्यात्मिक तथा सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधि एकत्र हुए।
  • शिखर सम्मेलन ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के मनोवैज्ञानिक और सामाजिक प्रभावों, नशीली दवाओं की तस्करी की कार्यप्रणाली और ज़मीनी स्तर पर जागरूकता के लिये रणनीतियों पर गहन चर्चा के लिये एक मंच प्रदान किया।
  • इसमें चार सत्र आयोजित किये गए, जिनका समापन काशी घोषणा-पत्र के साथ हुआ। सत्रों के दौरान चर्चा किये गए प्रमुख विषय थे:
    • व्यसन के मनोवैज्ञानिक प्रभाव
    • नशीली दवाओं की आपूर्ति श्रृंखला और तस्करी तंत्र को समझना
    • नशीली दवाओं के प्रति जागरूकता के लिये प्रभावी ज़मीनी स्तर पर अभियान
    • पुनर्वास में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संस्थाओं की भूमिका

काशी घोषणा-पत्र:

  • काशी घोषणा-पत्र नशीली दवाओं के दुरुपयोग को एक सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट और सामाजिक चुनौती के रूप में देखने की आम सहमति को दर्शाता है।
  • इसमें संपूर्ण सरकार और संपूर्ण समाज के दृष्टिकोण की माँग की गई है, जिसमें आध्यात्मिक, शैक्षिक और तकनीकी क्षेत्रों के प्रयासों को एकीकृत किया गया है।
  • घोषणा-पत्र में बहु-मंत्रालयी समन्वय, जवाबदेही सुनिश्चित करने और प्रगति पर नज़र रखने के लिये एक संयुक्त राष्ट्रीय समिति की स्थापना का प्रस्ताव है।
  • घोषणा-पत्र में वार्षिक प्रगति रिपोर्ट और नशे की लत से जूझ रहे व्यक्तियों को सहायता सेवाओं से जोड़ने के लिये एक राष्ट्रीय मंच की भी माँग की गई है।

युवा-नेतृत्व वाले अभियान और मेरा भारत ढाँचा:

  • माई भारत’ पूरे देश में नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटने के लिये युवाओं के नेतृत्व में प्रयासों को आगे बढ़ाने में अग्रणी भूमिका निभाएगा।
    • ‘माई भारत’ से संबद्ध युवा क्लब और स्वयंसेवक जागरूकता अभियान, संकल्प अभियान और सामुदायिक संपर्क प्रयासों का नेतृत्व करेंगे, जिससे इस आंदोलन की स्थिरता सुनिश्चित होगी।
  • काशी घोषणा-पत्र मार्गदर्शक दस्तावेज़ के रूप में काम करेगा, जो युवा समूहों और नीति निर्माताओं के प्रयासों को निर्देशित करेगा और प्रगति व जवाबदेही के लिये विकसित भारत युवा नेता संवाद 2026 के दौरान इसकी समीक्षा की जाएगी।

नोट:

  • मेरा भारत पोर्टल, जिसे आधिकारिक रूप से माई भारत (MY Bharat) के रूप में जाना जाता है, भारत सरकार द्वारा स्थापित एक व्यापक युवा-केंद्रित मंच है, जिसे प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय एकता दिवस, 31 अक्तूबर 2023 को लॉन्च किया गया है।
  • यह युवा मामले एवं खेल मंत्रालय द्वारा एक स्वायत्त निकाय के रूप में संचालित किया जाता है, जिसे विशेष रूप से 15 से 29 वर्ष की आयु के युवाओं के लिये विकसित किया गया है (10–19 वर्ष की आयु वालों के लिये कुछ गतिविधियाँ भी शामिल हैं), जो राष्ट्रीय युवा नीति, 2014 के अनुरूप है।


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