उत्तर प्रदेश
मिशन शक्ति
- 09 May 2025
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चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति अभियान ने महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में नया कीर्तिमान रचते हुए 9 करोड़ से अधिक महिलाओं तक पहुँच बनाने में सफलता प्राप्त की है।
मुख्य बिंदु
- मिशन शक्ति अभियान के बारे में:
- ‘मिशन शक्ति’ उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्त्वाकांक्षी बहु-आयामी योजना है, जिसका उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करना है।
- इसका शुभारंभ 17 अक्तूबर 2020 में किया गया था और अब तक यह अभियान पाँच चरणों में संपन्न हो चुका है।
- उपलब्धियाँ और आँकड़े:
- 1, 707 संभावित बाल विवाह रोके गए, जिससे बालिकाओं के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित हुई।
- महिला हेल्पलाइन 1090 ने अब तक 7.78 लाख मामलों को सफलतापूर्वक निपटाया।
- वन स्टॉप सेंटरों ने हिंसा और दुर्व्यवहार के 2.10 लाख से अधिक मामलों में सहायता प्रदान की।
- मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के माध्यम से 23.40 लाख लड़कियों को लाभ प्रदान किया गया।
- आकांक्षी ज़िलों में 2 लाख से अधिक बालिकाओं की पहचान कर उनके समग्र विकास के लिये सहायता दी गई।
- सुरक्षा हेतु बुनियादी ढाँचे में निवेश:
- राज्य में 100 गुलाबी पुलिस बूथ स्थापित किये गए हैं।
- 1090 कॉल सेंटर को 80 अतिरिक्त टर्मिनलों के साथ विस्तार दिया गया है।
- 189 नगरीय निकायों में 1, 100 से अधिक गुलाबी शौचालयों का निर्माण किया गया है।
- विशेष आयोजनों, प्रशिक्षण सत्रों और अभियानों के माध्यम से गाँवों, स्कूलों, कॉलेजों और शहरी वार्डों में पहुँच बनाई गई है।
- साइबर अपराध, घरेलू हिंसा, मानसिक स्वास्थ्य, कानूनी अधिकार, वित्तीय साक्षरता पर कार्यशालाओं का आयोजन किया गया है।
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना
- परिचय
- मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की शुरुआत अप्रैल 2019 में उत्तर प्रदेश में महिला कल्याण विभाग द्वारा की गई।
- योजना के तहत, परिवार में कन्या का जन्म होने पर उसे 15 हज़ार रुपए की वित्तीय सहायता दी जाती है।
- यह राशि बेटी के जन्म से लेकर स्नातक होने तक, छह चरणों में प्रोत्साहन स्वरूप दी जाती है।
- एक परिवार से अधिकतम दो बेटियों को इस योजना का लाभ प्राप्त होता है।
- उद्देश्य
- योजना के प्रमुख उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या का उन्मूलन, बाल विवाह की रोकथाम, स्वास्थ्य और शिक्षा में वृद्धि तथा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना हैं।