बिहार
दूषित मध्याह्न भोजन
- 09 May 2025
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चर्चा में क्यों?
बिहार के पटना ज़िले के एक स्कूल में मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत दूषित भोजन खाने से 100 से अधिक छात्रों के बीमार पड़ने की घटना पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने स्वतः संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है।
मुख्य बिंदु
- मध्याह्न भोजन योजना के बारे में:
- मिड डे मिल स्कीम अर्थात् मध्याह्न भोजन योजना (MDMS) विश्व में अपनी तरह का सबसे बड़ा स्कूल पोषण कार्यक्रम है, जो कक्षा 1 से 8 तक के सरकारी स्कूलों में नामांकित छात्रों को कवर करता है।
- इस योजना का मूल उद्देश्य स्कूलों में नामांकन बढ़ाना है।
- नोडल मंत्रालय: शिक्षा मंत्रालय
- पृष्ठभूमि: यह कार्यक्रम पहली बार वर्ष 1925 में मद्रास नगर निगम में वंचित बच्चों के लिये शुरू किया गया था।
- केंद्र सरकार ने वर्ष 1995 में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों के लिये पायलट आधार पर एक केंद्र प्रायोजित योजना शुरू की थी और अक्तूबर 2007 तक MDMS को कक्षा 8 तक बढ़ा दिया गया था।