इंदौर शाखा: IAS और MPPSC फाउंडेशन बैच-शुरुआत क्रमशः 6 मई और 13 मई   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    ‘पाश्चात्य शिक्षा का प्रसार यद्यपि प्रशासनिक आवश्यकताओं के लिये किया गया था परंतु इससे नवशिक्षित वर्ग के लिये पाश्चात्य उदारवादी विचारधारा के द्वार खुल गए,’ टिप्पणी करें।

    07 Feb, 2020 सामान्य अध्ययन पेपर 1 इतिहास

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • भूमिका।

    • पाश्चात्य शिक्षा में निहित उद्देश्य।

    • भारतीयों पर इसका प्रभाव।

    • निष्कर्ष।

    आधुनिक शिक्षा प्रणाली के प्रचलन से आधुनिक पाश्चात्य विचारों को अपनाने में मदद मिली, जिससे भारतीय राजनीतिक चिंतन को एक नई दिशा मिली। जब ट्रेवेलियन, मैकाले तथा बेंटिक ने देश में अंग्रेजी शिक्षा का श्रीगणेश किया तो यह अत्यंत महत्त्वपूर्ण निर्णय था।

    बेंथम, मिल, मिल्टन, रूसो तथा वाल्टेयर जैसे प्रसिद्ध यूरोपीय लेखकों के अतिवादी पश्चात्य विचारों ने भारतीय बुद्धिजीवियों में स्वतंत्र राष्ट्रीयता तथा स्वशासन की भावनाएँ जगा दीं तथा उन्हें अंग्रेज़ी साम्राज्य का विरोधाभास खलने लगा।

    इसके साथ ही अंग्रेज़ी भाषा ने संपूर्ण राष्ट्र के विभिन्न प्रांतों तथा स्थानों के लोगों के लिये संपर्क भाषा का कार्य किया। इसने भाषा-भाषियों को एक मंच पर लाकर खड़ा कर दिया, जिससे राष्ट्रवादी आंदोलन को एक अखिल भारतीय स्वरूप मिल सका। अंग्रेज़ी का ज्ञान प्राप्त कर नवशिक्षित भारतीयों जैसे- वकीलों, डॉक्टरों इत्यादि ने उच्च शिक्षा के लिये इंग्लैंड की यात्रा की। इन्होंने यहाँ एक स्वतंत्र देश में विभिन्न राजनैतिक संस्थाओं के विकास की प्रक्रिया देखी तथा वस्तुस्थिति का भारत से तुलनात्मक आकलन किया, जहाँ नागरिकों को विभिन्न प्रकार के स्वतंत्र अधिकारों से वंचित रखा गया था। इस नवपाश्चात्य भारतीय शिक्षित वर्ग ने भारत में नए बौद्धिक मध्यम वर्ग का विकास किया, कालांतर में जिसने राष्ट्रीय आंदोलन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारत की विभिन्न राजनीतिक एवं अन्य संस्थाओं को इसी मध्यमवर्ग से नेतृत्व मिला। इस प्रकार देखें तो अंग्रेज़ों ने जिस पाश्चात्य शिक्षा का प्रसार प्रशासनिक आवश्यकताओं के लिये किया था, उसी ने नवशिक्षित वर्ग के लिये पाश्चात्य उदारवादी विचारधारा के द्वार खोल दिये। यह पढ़ा-लिखा वर्ग भारत की नवीन आत्मा बन गया तथा इसने समस्त देश में नई शक्ति का संचार किया। इसी वर्ग ने राष्ट्रीय आंदोलन को उसके सभी चरणों में नेतृत्व प्रदान किया।

    To get PDF version, Please click on "Print PDF" button.

    Print
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2