रैपिड फायर
जनजातीय ग्राम दृष्टिकोण 2030
- 06 Oct 2025
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2 अक्तूबर 2025 को, पूरे भारत के जनजातीय गाँवों ने विशेष ग्राम सभाओं के माध्यम से जनजातीय ग्राम दृष्टिकोण 2030 घोषणा को औपचारिक रूप से अपनाया, जिसमें विकसित भारत@2047 के साथ संरेखित स्थानीय विकास प्राथमिकताओं को रेखांकित किया गया।
- भारत सरकार ने 15 नवंबर, 2024 से 15 नवंबर, 2025 तक जनजातीय गौरव वर्ष भी घोषित किया है।
- इस उत्सव के भाग के रूप में जनजातीय कार्य मंत्रालय ने (17 सितंबर, 2025 को) आदि कर्मयोगी अभियान की शुरुआत की, जिसे विश्व का सबसे बड़ा जनजातीय स्थानीय मिशन माना गया है। यह अभियान 30 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 1 लाख गाँवों और टोलों में 11.5 करोड़ से अधिक जनजातीय नागरिकों तक पहुँचेगा।
जनजातीय ग्राम दृष्टिकोण 2030 घोषणा
- जनजातीय ग्राम दृष्टिकोण 2030 एक ऐतिहासिक स्थानीय पहल है, जिसके अंतर्गत जनजातीय गाँवों और बस्तियों की विशेष ग्राम सभाओं ने अपने स्वयं के दृष्टिकोण 2030 घोषणापत्रों को अपनाया है।
- ये घोषणापत्र शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढाँचे और आजीविका जैसे क्षेत्रों में विकास के लिये समुदाय द्वारा तैयार किये गए ब्लूप्रिंट हैं।
- प्रमुख विशेषताओं में शामिल हैं:
- समुदाय-आधारित विकास: स्थानीय आवश्यकताओं की पहचान के लिये ट्रांज़ेक्ट वॉक, केंद्रित समूह चर्चाएँ (FGDs) एवं अंतराल विश्लेषण।
- ग्राम-स्तरीय लक्ष्य: शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, वित्तीय समावेशन और बुनियादी ढाँचा।
- योजनाओं के साथ एकीकरण: प्रधानमंत्री जनमन, धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान 2.0, और अन्य कार्यक्रम।
- संस्थागत तंत्र: एकल-खिड़की नागरिक सेवा केंद्रों के रूप में आदि सेवा केंद्र; ग्रामीण 1 घंटे की साप्ताहिक स्वैच्छिक सेवा प्रदान करते हैं।
- तकनीक-सक्षम शासन: मूल भाषाओं में वास्तविक समय संचार के लिये AI-संचालित आदि वाणी ऐप।