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स्वच्छता ही सेवा 2025

  • 19 Sep 2025
  • 15 min read

स्रोत: पी.आई.बी 

भारत सरकार ने स्वच्छता ही सेवा (SHS) 2025 अभियान की शुरुआत की है, जिसके अंतर्गत पूरे देश में स्वच्छता अभियान चलाए जा रहे हैं। 

  • स्वच्छता ही सेवा (SHS) 2025, स्वच्छ भारत मिशन (2014) की गति को आगे बढ़ाते हुए स्वच्छता और स्वास्थ्य-स्वच्छता के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करता है। 
  • SHS 2025 की थीम ‘स्वच्छोत्सव (Swachhotsav)' है, जो उत्सव की भावना को स्वच्छता की ज़िम्मेदारी के साथ जोड़ता है। 
  • यह अभियान स्वेच्छा सेवा, सामूहिक कार्रवाई और जनभागीदारी पर केंद्रित है तथा नागरिकों को स्वच्छ परिवेश बनाए रखने के लिये तीन R’s – कम करना (Reduce), पुनः उपयोग (Reuse), पुनर्चक्रण (Recycle) को बढ़ावा देता है।

स्वच्छ भारत मिशन (SBM) 

  • लॉन्च और उद्देश्य: स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) और स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) की शुरुआत वर्ष 2014 में की गई थी, जिसका उद्देश्य खुले में शौच को समाप्त करना तथा ग्रामीण एवं शहरी भारत में स्वच्छता में सुधार करना था। 
  • SBM-ग्रामीण: 
    • चरण I (2014–2019): 100% स्वच्छता कवरेज हासिल की गई, 10 करोड़ से अधिक घरेलू शौचालय बनाए गए और सभी गाँवों को ODF (खुले में शौच मुक्त) घोषित किया गया। 
    • चरण II (2020–2025/26): ODF की स्थिति को बनाए रखने, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन और गाँवों को ODF प्लस मॉडल में बदलने पर केंद्रित है।
  • SBM-शहरी (SBM-U): 
    • चरण I (2014-2021): 4,041 वैधानिक कस्बों में ODF शहरों और नगरपालिका ठोस अपशिष्ट के 100% वैज्ञानिक प्रबंधन को लक्षित किया गया। 
    • चरण II/SBM-U 2.0 (2021-2026): ‘अपशिष्ट मुक्त’ शहरों का लक्ष्य, स्वच्छ व्यवहार को संस्थागत बनाना और सतत् विकास लक्ष्यों (SDG) 2030 में योगदान देना। 
  • प्रभाव: SBM ने स्वच्छता, स्वास्थ्य और अपशिष्ट प्रबंधन के बुनियादी ढाँचे में उल्लेखनीय सुधार किया है, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य, जीवन की गुणवत्ता तथा शहरी-ग्रामीण परिवर्तन में योगदान मिला है। 
और पढ़ें: स्वच्छ भारत मिशन की यथार्थता 
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