रैपिड फायर
ग्रे सील
- 14 Jul 2025
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स्रोत: द हिंदू
जैसे-जैसे जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और अत्यधिक मछली पकड़ने की गतिविधियाँ बाल्टिक सागर में ग्रे सील (Halichoerus grypus) के लिये खतरा बन रही हैं, लिथुआनिया ने उनकी जीवित रहने की संभावना को बढ़ाने और जनसंख्या संतुलन बहाल करने के लिये एक पुनर्वास प्रयास शुरू किया है।
- आवास एवं विस्तार क्षेत्र: ग्रे सील उत्तर अटलांटिक महासागर के तटीय जल क्षेत्रों में पाये जाते हैं, जिनमें अमेरिका, कनाडा से लेकर बाल्टिक सागर और यूरोप के कुछ हिस्से शामिल हैं। ये पथरीले तटों, द्वीपों, रेत के टीलों तथा बर्फ पर बाहर निकलकर विश्राम करते हैं।
- आकृति: नर ग्रे सील की लंबाई 10 फीट तक हो सकती है, जबकि मादाएँ आकार में छोटी होती हैं। नर की सिर की बनावट घोड़े जैसी बड़ी और लंबी होती है। शावक जन्म के समय सफेद लैन्गो (lanugo) फर के साथ जन्म लेते हैं, जो उनके शरीर की ऊष्मा को बनाए रखने में सहायता प्रदान करता है।
- व्यवहार एवं आहार: ये प्रजाति प्रजनन और त्वचा झाड़ने (molting) के समय बड़े झुंडों में एकत्र होती है, हालाँकि अन्य समय ये अकेले या छोटे समूहों में रहती है। इनका आहार मुख्यतः मछलियाँ, स्क्विड (squid) और कभी-कभी समुद्री पक्षी होते हैं।
- "सील्स, शीर्ष शिकारी होने के कारण, उच्च मात्रा में प्रदूषकों को अवशोषित कर लेते हैं, जिससे वे समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य के संकेतक बन जाते हैं।"
- प्रजनन एवं आयु: ग्रे सील 25–35 वर्षों तक जीवित रहते हैं। मादा 11 महीनों की गर्भावधि के बाद एक शावक को जन्म देती है।
- संरक्षण स्थिति: ग्रे सील की बाल्टिक सागर उप-जनसंख्या को IUCN रेड लिस्ट में "कम चिंताजनक" (Least Concern) की श्रेणी में सूचीबद्ध किया गया है।
- खतरे: बाल्टिक सागर में ग्रे सीलों को घटती बर्फ की परत, प्रदूषण, मछलियों की घटती संख्या तथा रोगों जैसे गंभीर ख़तरों का सामना करना पड़ रहा है।