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CDS ने सशस्त्र बलों के लिये 3 संयुक्त सिद्धांत

  • 30 Aug 2025
  • 13 min read

स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स 

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने सशस्त्र बलों के लिये भूमि, समुद्र, वायु, अंतरिक्ष और साइबर डोमेन में एकीकरण, अंतर-संचालन और परिचालन प्रभावशीलता को बढ़ाने हेतु 3 संयुक्त सिद्धांत जारी किये हैं। 

  • विशेष बल संचालन के लिये संयुक्त सिद्धांत: इसका उद्देश्य अर्द्ध विशेष बल (सेना), समुद्री कमांडो (MARCOS) (नौसेना) और गरुड़ कमांडो बल (IAF) की अंतर-संचालनीयता सुनिश्चित करना है। 
    • उत्कृष्टता केंद्र के रूप में संयुक्त सेवा प्रशिक्षण संस्थानों (JsSTIs) की सिफारिश की गई। 
    • यह रात्रिकालीन अभियानों, प्रतिकूल मौसम मिशनों, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और सटीक निर्देशित युद्ध सामग्री समर्थन के लिये उन्नत संयुक्त प्रशिक्षण पर केंद्रित है। 
  • हवाई और हेलीबोर्न परिचालनों के लिये संयुक्त सिद्धांत: उन्नत प्रौद्योगिकी के एकीकरण, संयुक्त सेवा प्रशिक्षण तथा सामरिक तालमेल पर जोर दिया गया है। 
    • शांतिकालीन मुठभेड़ों से लेकर उच्च तीव्रता वाले संघर्षों तक तत्परता सुनिश्चित करता है। 
  • बहु-क्षेत्रीय संचालन (MDO) सिद्धांत: यह भूमि, समुद्र, वायु, अंतरिक्ष, साइबर और संज्ञानात्मक क्षेत्रों में एकीकरण को कवर करता है। इसका उद्देश्य निर्णय लेने की क्षमता को सशक्त बनाना तथा युद्धक्षेत्र में जवाबदेही को बढ़ाना है। 

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ 

  • CDS भारत में सर्वोच्च रैंक वाला सैन्य अधिकारी है, जो तीनों सेनाओं के सभी मामलों पर रक्षा मंत्री के प्रमुख सैन्य सलाहकार के रूप में कार्य करता है और सैन्य मामलों के विभाग (DMA) का प्रमुख होता है। 
    • यह पद तीनों सेवाओं - सेना, नौसेना और वायु सेना के बीच संयुक्तता और समन्वय बढ़ाने के लिये बनाया गया था। 
  • CDS चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी का स्थायी अध्यक्ष और रक्षा अधिग्रहण परिषद का सदस्य होता है। 
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