रैपिड फायर
एशियाई उत्पादकता संगठन
- 28 May 2025
- 2 min read
स्रोत: पी.आई.बी
भारत ने 67वीं गवर्निंग बॉडी मीटिंग (GBM) के दौरान एशियाई उत्पादकता संगठन (APO) की वर्ष 2025–26 अवधि के लिये आधिकारिक रूप से अध्यक्षता संभाली है।
एशियाई उत्पादकता संगठन (APO)
- परिचय: APO एक अंतर-सरकारी निकाय है, जिसकी स्थापना वर्ष 1961 में हुई थी और इसका मुख्यालय टोक्यो में है।
- इसका उद्देश्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र में क्षेत्रीय सहयोग और क्षमता निर्माण के माध्यम से उत्पादकता में सुधार करना है।
- यह नीति परामर्श सेवाओं और उद्योग, कृषि, सेवा तथा सार्वजनिक क्षेत्रों में स्मार्ट पहलों को अपनाकर क्षेत्र के सतत् सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देता है।
- सदस्य एवं संगठनात्मक संरचना: APOकी सदस्यता एशिया-प्रशांत के उन देशों के लिये खुली है, जो एशिया-प्रशांत के लिये संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक आयोग (UN ESCAP) के भी सदस्य हैं।
- UNESCAP एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिये संयुक्त राष्ट्र की क्षेत्रीय विकास शाखा है।
- वर्तमान में इसके 21 सदस्य देश/अर्थव्यवस्थाएँ हैं, जिनमें भारत (एक संस्थापक सदस्य) भी शामिल है।
- सदस्य देश अपने-अपने राष्ट्रीय उत्पादकता संगठनों (NPO) के माध्यम से सहयोग करते हैं।
- राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद (NPC), वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वायत्त निकाय है, जिसे भारत के लिये NPO नामित किया गया है।
- APO में शासी निकाय शामिल है, जो सर्वोच्च निर्णय लेने वाला प्राधिकारी है और रणनीतिक दिशा निर्धारित करने तथा निष्पादन की समीक्षा करने के लिये प्रतिवर्ष बैठक करता है।
और पढ़ें: राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद, हिंद-प्रशांत का महत्त्व