छत्तीसगढ़ Switch to English
DGP–IGP कॉन्फ्रेंस 2025
चर्चा में क्यों?
प्रधानमंत्री भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM), नवा रायपुर, छत्तीसगढ़ में वार्षिक DGP–IGP कॉन्फ्रेंस में भाग लेंगे, जो पुलिस व्यवस्था, सुरक्षा समन्वय और कानून प्रवर्तन सुधारों पर केंद्रित एक उच्च स्तरीय राष्ट्रीय बैठक है।
- इस वर्ष का विषय है "विकसित भारत: सुरक्षा आयाम", जो सुरक्षित भारत के लिये एक दूरदर्शी रोडमैप तैयार करने पर केंद्रित है।
मुख्य बिंदु
- यह कॉन्फ्रेंस केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) के तहत कार्यरत खुफिया ब्यूरो (IB) द्वारा आयोजित एक वार्षिक राष्ट्रीय स्तर की बैठक है।
- यह सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के महानिदेशकों (DG) तथा महानिरीक्षकों (IG) को एक साथ लाता है, जिससे यह भारत में आंतरिक सुरक्षा विचार-विमर्श के लिये उच्चतम मंच बन जाता है।
- प्रमुख प्रतिभागियों में राष्ट्रीय सुरक्षा निकाय शामिल हैं, जैसे अनुसंधान और विश्लेषण विंग (RAW), राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA), राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन (NTRO), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) तथा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) जैसे CRPF, BSF, ITBP, CISF एवं SSB।
- चर्चा के प्रमुख क्षेत्र
- वामपंथी उग्रवाद (नक्सलवाद) और शेष हॉटस्पॉट
- आतंकवाद-रोधी ढाँचा और खुफिया समन्वय
- नशीली दवाओं की तस्करी नेटवर्क और अंतर-एजेंसी सहयोग
- साइबर सुरक्षा, डिजिटल फोरेंसिक और उभरते तकनीकी खतरे
- सीमा प्रबंधन, विशेष रूप से संवेदनशील मोर्चों पर
- केंद्रीय और राज्य पुलिस बलों के बीच परिचालन समन्वय
- इस वर्ष विशेष ध्यान AI-संचालित पूर्वानुमानित पुलिस व्यवस्था, महिला सुरक्षा, अपराध डेटा एकीकरण प्लेटफार्म और पुलिस अवसंरचना के आधुनिकीकरण पर है, जिससे तकनीक-सक्षम तथा भविष्य के लिये तैयार पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित हो सके।
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