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राजस्थान स्टेट पी.सी.एस.

  • 14 Mar 2023
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राजस्थान मिलेट्स कान्क्लेव-2023

चर्चा में क्यों?

13 मार्च, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के जयपुर शहर में दुर्गापुरा स्थित राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान में राजस्थान मिलेट्स कॉन्क्लेव-2023 का उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु 

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि कृषक कल्याण और कृषि क्षेत्र के विकास में राज्य सरकार ने अपनी अहम भूमिका निभाई है। विधानसभा में दो बार पृथक् कृषि बजट पेश कर पूरे देश में ऐतिहासिक पहल की।
  • उन्होंने बताया कि राज्य में मिलेट्स की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने और कृषि अनुसंधान के लिये मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है। लगभग 42 कृषि महाविद्यालयों की स्थापना की गई है, जिससे युवा पीढ़ी को कृषि क्षेत्र में उच्च शिक्षा ग्रहण कर भविष्य सँवारने के अवसर मिल रहे हैं। हाल ही में वेटेनरी यूनिवर्सिटी की भी घोषणा की गई है।
  • मुख्यमंत्री ने बताया कि कृषि अनुसंधान से किसानों को भविष्य के लिये अपनी फसल तैयार करने में लाभ मिलेगा। कॉन्क्लेव में मिलेट्स का बेहतर उत्पादन, प्रबंधन और विपणन करने की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण सुझाव सामने आएंगे।
  • इस अवसर पर उन्होंने बताया कि किसानों के लिये प्रतिमाह 2000 यूनिट नि:शुल्क बिजली उपलब्ध कराने का बजट में प्रावधान किया गया है। इससे लगभग 12 लाख किसान लाभान्वित होंगे।
  • राजस्थान मिलेट्स कॉन्क्लेव-2023 में मुख्यमंत्री ने राजकिसान सुविधा एप लॉन्च किया। इसमें योजनाओं के आवेदन और उनकी स्थिति जानी जा सकेगी। इसके अलावा उन्होंने राजस्थान कृषि प्रसंस्करण, कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति-2019 की सफलता की कहानियों से संबंधित बुकलेट का विमोचन भी किया। इस दौरान ‘समृद्ध किसान-खुशहाल राजस्थान’लघु फिल्म भी दिखाई गई।
  • कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हनुमानगढ़ से भूपेंद्र सिंह, नागौर से पतासी देवी, जयपुर से दिनेश कुमार चौधरी, घासीराम जाट, भीलवाड़ा से विष्णु, बाँसवाड़ा से कुरेश बागीदोरा, सीकर से हनुमानराम, अलवर से सूरजभान एवं जोधपुर से जितेंद्र सिंह सांखला को एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एजेंसी (आत्मा योजना) में राज्य स्तरीय कृषक पुरस्कार से सम्मानित किया।  


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पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ई.आर.सी.पी.) के लिये 14200 करोड़ रुपए स्वीकृत

चर्चा में क्यों?

11 मार्च, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ई.आर.सी.पी.) के निर्माण के लिये 14200 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को स्वीकृति दी है।

प्रमुख बिंदु 

  • 14200 करोड़ रुपए के वित्तीय स्वीकृति से नवनेरा-गलवा-बीसलपुर-ईसरदा लिंक परियोजना, निर्माणाधीन नवनेरा बैराज एवं ईसरदा बांध, रामगढ़ एवं महलपुर बैराज का निर्माण, नवनेरा बैराज, मेज एनिकट तथा गलवा बांध में पंपिंग एवं विद्युत स्टेशन स्थापित करने तथा बाढ़ के पानी को संगृहित करने सहित विभिन्न कार्य पूरे किये जा सकेंगे।
  • इसके अलावा, बीसलपुर बांध की ऊँचाई 0.5 मीटर बढ़ाने तथा 202.42 कि.मी. लंबे जल परिवहन तंत्र को विकसित करने के कार्य भी किये जा सकेंगे।
  • पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ई.आर.सी.पी.) के तहत वर्ष 2040 तक जयपुर, अजमेर एवं टोंक ज़िले की अतिरिक्त पेयजल आवश्यकताओं तथा जयपुर ज़िले के शेष ग्रामीण क्षेत्रों हेतु 16.82 टीएमसी पेयजल की अतिरिक्त मांग को ध्यान में रखते हुए जल प्रबंधन के कार्य किये जा सकेंगे।
  • उल्लेखनीय है कि पूर्वी राजस्थान के 13 ज़िलों में सिंचाई तथा पेयजल की समस्या के समाधान के लिये ई.आर.सी.पी. एक महत्त्वाकांक्षी परियोजना है। इसके तहत राज्य की नदियों में उपलब्ध अतिरिक्त पानी जो प्रतिवर्ष यमुना नदी के माध्यम से समुद्र में व्यर्थ बह जाता है, को बांधों के माध्यम से रोककर राज्य में उपयोग में लाया जाएगा।
  • ज्ञातव्य है कि अशोक गहलोत ने बजट 2023-24 में इस परियोजना के अंतर्गत विभिन्न कार्यों के लिये 13 हज़ार करोड़ रुपए का प्रावधान किया था। इसी बजट घोषणा की अनुपालना में यह स्वीकृति दी गई है। 

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