ध्यान दें:



बिहार स्टेट पी.सी.एस.

  • 09 May 2023
  • 0 min read
  • Switch Date:  
बिहार Switch to English

बिहार में धान के नई किस्म सबौर कुंवर की खोज

चर्चा में क्यों?

हाल हीं में बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर (भागलपुर) के वैज्ञानिकों ने धान की नई किस्म सबौर कुंवर की खोज की है। 

प्रमुख बिंदु

  • कम पानी, 25 प्रतिशत तक कम खाद और 110 से 115 दिनों में तैयार होने वाली धान की इस नई किस्म की खोज अनियमित और कम बारिश से परेशान धान उत्पादक किसानों के लिये लाभकारी है। 
  • धान की इस किस्म का  औसत उत्पादन 55 से 60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है, जबकि अधिकतम उत्पादन 87 क्विंटल तक है। 
  • इसमें पौधे की लंबाई 100 से 105 सेंटीमीटर तक होती है। यह किस्म जीवाणु झुलसा, अंगमारी, झोंका एवं कंडुआ रोग प्रतिरोधी है। तना छेदक, भूरा कीट और पत्तीलपेटक के प्रति सहनशील है। 
  • इससे बिहार के मध्य और दक्षिण बिहार के ज़िलों बक्सर, रोहतास, भोजपुर, औरंगाबाद, लखीसराय, बेगूसराय, समस्तीपुर, भागलपुर, बांका आदि  के किसानों को विशेष फायदा होगा। 

close
Share Page
images-2
images-2