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राजस्थान की मांड एवं भजन गायिका नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित
चर्चा में क्यों?
8 मार्च, 2022 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महिला सशक्तीकरण की दिशा में असाधारण कार्य करने वाली 29 महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया। इसमें राजस्थान की मांड और भजन लोकगीत गायिका बतुल बेगम भी शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति ने वर्ष 2020 और 2021 के लिये 28 पुरस्कार प्रदान किये। हर साल के लिये 14-14 पुरस्कार दिये गए तथा एक पुरस्कार संयुक्त रूप से दो महिलाओं को प्रदान किया गया।
- ये पुरस्कार उद्यमशीलता, कृषि, नवाचार, सामाजिक कार्य, कला, दस्तकारी, वन्यजीव संरक्षण, भाषा विज्ञान, मर्चेंट नेवी, शिक्षा, साहित्य, स्टेम (विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग, गणित) और दिव्यांगजन अधिकार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को दिये गए।
- भारतीय लोक संगीत को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाने के लिये राजस्थान की मांड और भजन लोकगीत गायिका बतुल बेगम को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- उल्लेखनीय है कि कमज़ोर और हाशिये पर रहने वाली महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में असाधारण और उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को हर वर्ष नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। कोरोना महामारी के कारण 2020 का नारी शक्ति पुरस्कार समारोह आयोजित नहीं हो पाया था।
- वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कोविड टीकाकरण कार्य में उत्कृष्ट योगदान देने वाली राजस्थान की महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता कौशल्या एएनएम सांगानेर, जयपुर और सुनीता महिया एएनएम सीएचसी मकराना, नागौर को प्रशस्ति-पत्र और प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मानित किया।
- उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता कौशल्या ने 76 हज़ार से ज़्यादा लोगों का टीकाकरण करवाया, वहीं एएनएम सुनीता महिया ने 74 हज़ार से ज़्यादा लोगों का कोविड वैक्सीनेशन करवाया जो कि देश में रिकॉर्ड उपलब्धि है।
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