मध्य प्रदेश Switch to English
हेरिटेज ट्रेन पातालपानी-कालाकुंड लाइन
चर्चा में क्यों?
भारतीय रेलवे ने मध्य प्रदेश में स्थित ऐतिहासिक (155 वर्ष पुरानी) पातालपानी-कालाकुंड हेरिटेज ट्रेन का संचालन फिर से प्रारंभ किया है। पर्यटन में गिरावट के कारण यह सेवा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई थी।
मुख्य बिंदु
- ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:
- इस रेल लाइन (इंदौर से खंडवा) का प्रस्ताव 19वीं सदी में इंदौर रियासत के शासक तुकोजी राव होलकर द्वितीय (शासनकाल: 1844–1886) द्वारा रखा गया था। इसे वर्ष 1878 में होलकर स्टेट रेलवे के अंतर्गत पूर्ण किया गया तथा बाद में इसे राजपूताना-मालवा रेलवे में विलय कर दिया गया।।
- इस क्षेत्र में रेलवे लाइन की आवश्यकता 19वीं शताब्दी में महसूस की गई, जब वर्ष 1818 में होल्कर परिवार के अधीन ब्रिटिश संरक्षित राज्य इंदौर की स्थापना हुई।
- पातालपानी रेलवे स्टेशन इस लाइन पर बनने वाला प्रथम स्टेशन था, जिसका निर्माण वर्ष 1874–1878 के मध्य किया गया।
- स्थान: डॉ. अंबेडकर नगर-खंडवा प्रभाग में स्थित पातालपानी-कालाकुंड लाइन वर्ष 2018 से हेरिटेज ट्रेन के रूप में चालू है।
- यह 9.5 किमी लंबी मीटर गेज लाइन दुर्गम भू-भाग के कारण ब्रॉड गेज में परिवर्तित नहीं की जा सकी है, फिर भी इसे ऐतिहासिक और प्राकृतिक सौंदर्य के कारण संरक्षित किया गया है।
- विशिष्टता: इस मार्ग में गहरी घाटियाँ, ऊँचे तटबंध, सुरंगें और प्राकृतिक झरने शामिल हैं, जिनमें प्रसिद्ध पातालपानी झरना (चोरल नदी पर, नर्मदा नदी की एक सहायक नदी) भी शामिल है।
- भारतीय रेलवे में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल
- भारतीय रेलवे (IR) का इतिहास 160 वर्षों से अधिक पुराना है, जिसमें मूर्त और अमूर्त दोनों प्रकार की विरासत सुरक्षित है।
- भारतीय रेलवे चार यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों को संरक्षित करता है, जिनके नाम हैं:
- दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (1999), नीलगिरि माउंटेन रेलवे (2005), कालका शिमला रेलवे (2008) और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, मुंबई (2004)।
- दो और रेलवे स्टेशन प्रतीक्षा में हैं या अस्थायी सूची में हैं, अर्थात् माथेरान लाइट रेलवे और काँगड़ा वैली रेलवे।


उत्तर प्रदेश Switch to English
मेधा रूपम: गौतमबुद्ध नगर की पहली महिला डीएम
चर्चा में क्यों?
वर्ष 2014 बैच की IAS अधिकारी मेधा रूपम को उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर की पहली महिला ज़िलाधिकारी (DM) नियुक्त किया गया है।
- उन्होंने मनीष कुमार वर्मा का स्थान लिया है, जिन्हें प्रयागराज स्थानांतरित किया गया है।
मुख्य बिंदु
- शैक्षणिक पृष्ठभूमि:
- वर्ष 2014 में आयोजित UPSC सिविल सेवा परीक्षा में रूपम ने अखिल भारतीय रैंक 10 प्राप्त की।
- वह एक राष्ट्रीय स्तर की राइफल शूटर भी हैं और उन्होंने केरल राज्य शूटिंग चैंपियनशिप में तीन स्वर्ण पदक अर्जित किये हैं।
- पारिवारिक पृष्ठभूमि:
- उनके पिता ज्ञानेश कुमार, केरल कैडर के सेवानिवृत्त IAS अधिकारी हैं तथा वर्तमान में भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त हैं।


झारखंड Switch to English
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का निधन
चर्चा में क्यों?
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक संरक्षक और झारखंड के तीन बार मुख्यमंत्री रहे शिबू सोरेन का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
मुख्य बिंदु
शिबू सोरेन के बारे में:
- व्यक्तिगत विवरण:
- जन्म: 11 जनवरी 1944, रामगढ़, झारखंड (पूर्व में बिहार)
- मृत्यु: 4 अगस्त 2025
- प्रसिद्ध उपनाम: दिशोम गुरुजी
- जनजातीय समुदाय: संथाल जनजाति
- राजनीतिक विरासत:
- वर्ष 1972 में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की स्थापना की।
- झारखंड राज्य के गठन के आंदोलन में महत्त्वपूर्ण नेतृत्वकर्त्ता रहे।
- 38 वर्षों से अधिक समय तक JMM का नेतृत्व किया तथा राज्य की राजनीति में व्यापक प्रभाव डाला।
- झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में तीन बार कार्य किया (2005, 2008 और 2009–2010)।
- राजनीतिक उत्तराधिकारी: हेमंत सोरेन (झारखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री, 2025 तथा JMM के अध्यक्ष)।
- राजनीतिक जीवन एवं संघर्ष:
- उन्होंने JMM की स्थापना A.K. रॉय और बिनोद बिहारी महतो के साथ मिलकर की, जिसका उद्देश्य झारखंड के आदिवासियों के लिये एक स्वतंत्र राज्य का निर्माण था।
- JMM ने झारखंड आंदोलन का सशक्त रूप से नेतृत्व किया और वर्ष 2000 में राज्य गठन में निर्णायक भूमिका निभाई।
- वे 8 बार लोकसभा सांसद तथा 3 बार राज्यसभा सांसद रहे।
- उन्होंने केंद्रीय कोयला मंत्री (3 अलग-अलग कार्यकाल) के रूप में भी कार्य किया।


मध्य प्रदेश Switch to English
सोनाली मिश्रा: RPF की पहली महिला महानिदेशक
चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश कैडर की वर्ष 1983 बैच की IPS अधिकारी सोनाली मिश्रा ने रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की महानिदेशक (DG) का पद ग्रहण किया है। वह RPF के 143 वर्षों के इतिहास में इस बल का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनी हैं।
मुख्य बिंदु
- नियुक्ति:
- सोनाली मिश्रा की नियुक्ति को मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (Appointments Committee of the Cabinet) द्वारा मंज़ूरी दी गई है। वह 31 अक्तूबर 2026 को सेवानिवृत्त होने तक इस पद पर कार्य करेंगी।
- उन्होंने मनोज यादव का स्थान लिया, जो 31 जुलाई 2025 को सेवानिवृत्त हुए।
- DG बनने से पहले
- मध्य प्रदेश में पुलिस (चयन/भर्ती) की अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में कार्यरत थीं।
- पुलिस प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान, भोपाल में अतिरिक्त दायित्वों का निर्वहन किया।
- मध्य प्रदेश पुलिस अकादमी की निदेशक के रूप में भी सेवा दी।
- उन्होंने CBI (Central Bureau of Investigation) तथा BSF (Border Security Force) में भी कार्य किया है।
- संयुक्त राष्ट्र की कोसोवो शांति मिशन में सेवा देकर उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय अनुभव अर्जित किया।
- सम्मान एवं पुरस्कार
- उन्हें उत्कृष्ट सेवा के लिये राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया।
- साथ ही, सराहनीय सेवा के लिये पुलिस पदक से भी सम्मानित किया गया है।
रेलवे सुरक्षा बल (RPF)
- RPF एक सशस्त्र बल है, जो केंद्र सरकार के रेल मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। इसका दायित्व रेलवे संपत्ति, यात्री क्षेत्र और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
- इसका प्रारंभिक स्वरूप वर्ष 1881 में निजी रेलवे कंपनियों के वॉच एंड वार्ड विभाग के रूप में था।
- वर्ष 1957 के RPF अधिनियम के तहत इसे वैधानिक निकाय का स्वरूप मिला।
- वर्ष 1966 में रेलवे संपत्ति (अनधिकृत अधिपत्य) अधिनियम पारित किया गया ताकि सुरक्षा व्यवस्था को सशक्त किया जा सके।
- वर्ष 1985 में RPF अधिनियम में संशोधन के पश्चात् इसे सशस्त्र बल का दर्जा मिला और यह एक केंद्रीय पुलिस संगठन के रूप में विकसित हुआ।
- मंत्र: यशो लभस्व (यश प्राप्त करो)।

