उत्तर प्रदेश
लखनऊ भारत का पहला AI शहर
- 01 Aug 2025
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चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश 10,732 करोड़ रुपए के निवेश के माध्यम से लखनऊ को भारत का पहला AI सिटी बनाने की दिशा में अग्रसर है।
- यह पहल मार्च 2024 में अनुमोदित IndiaAI मिशन के अंतर्गत प्रारंभ की गई है, जिसका उद्देश्य राज्य में सशक्त AI पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है।
मुख्य बिंदु
- AI अवसंरचना में व्यापक निवेश:
- यह निवेश 10,000 ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPUs), मल्टी-मॉडल भाषा मॉडल्स तथा लखनऊ में AI नवाचार केंद्र की स्थापना हेतु किया जा रहा है।
- यह निवेश देश में किसी भी अन्य प्रौद्योगिकी अवसंरचना की तुलना में 67% अधिक है।
- AI प्रज्ञा प्रशिक्षण पहल:
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इस पहल के अंतर्गत 10 लाख से अधिक लोगों जिनमें युवा, शिक्षक, ग्राम प्रधान, सरकारी कर्मचारी और किसान शामिल हैं, को AI, मशीन लर्निंग, डाटा एनालिटिक्स तथा साइबर सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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यह प्रशिक्षण Microsoft, Intel, Google और Guvi जैसी वैश्विक टेक्नोलॉजी कंपनियों के सहयोग से दिया जा रहा है।
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- AI ट्रैफिक प्रबंधन प्रणाली:
- लखनऊ में एक अत्याधुनिक AI आधारित ट्रैफिक प्रबंधन प्रणाली लागू की जाएगी, जो वाराणसी में विकसित प्रणाली के समान होगी।
- कृषि और राजस्व प्रबंधन में AI:
- यूपी एग्रीस परियोजना के माध्यम से 10 लाख किसानों को स्मार्ट सिंचाई, ड्रोन मैपिंग, कीट पहचान और डिजिटल बाज़ार पहुँच जैसी AI-संचालित तकनीकों से जोड़ा जाएगा।
- राजस्व विभाग द्वारा सैटेलाइट इमेजिंग और AI एल्गोरिद्म का उपयोग भूमि समेकन तथा अभिलेख प्रबंधन के लिये किया जा रहा है, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी एवं विवाद कम होंगे।
- सुरक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में AI का उपयोग:
- CCTV निगरानी, चेहरे की पहचान, नंबर प्लेट ट्रैकिंग तथा SOS अलर्ट प्रणाली जैसे AI-सक्षम तंत्र प्रदेश के 17 नगर निगमों और गौतम बुद्ध नगर में लागू किये गए हैं।
- इसके अतिरिक्त, अवैध खनन रोकथाम और खनिज संसाधन संरक्षण हेतु भी AI का उपयोग किया जा रहा है।
- स्वास्थ्य क्षेत्र में, देश का पहला AI आधारित स्तन कैंसर स्क्रीनिंग केंद्र फतेहपुर में स्थापित किया गया है।