उत्तर प्रदेश
खिलाड़ियों को रोज़गार देकर सम्मानित किया
- 30 Jul 2025
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चर्चा में क्यों?
गोरखनाथ मंदिर में आयोजित उत्तर प्रदेश सीनियर कुश्ती प्रतियोगिता के समापन समारोह में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि खेलों को बढ़ावा देने के लिये राज्य की प्रतिबद्धता के तहत उत्तर प्रदेश में 500 से अधिक एथलीटों को सरकारी नौकरी प्रदान की गई है।
मुख्य बिंदु
- कुश्ती पुरस्कार एवं सम्मान:
- कुश्ती प्रतियोगिता के दौरान, मुख्यमंत्री ने विजेताओं को यूपी केसरी, यूपी कुमार और यूपी वीर अभिमन्यु जैसे प्रतिष्ठित खिताब प्रदान किये।
- पुरस्कार विजेताओं में शामिल थे:
- यूपी केसरी: जोंटी भाटी (गौतम बौद्ध नगर) को 1.01 लाख रुपए और एक गदा मिली।
- यूपी कुमार: सौरभ (गोरखपुर) को 1.01 लाख रुपए और एक गदा मिली।
- यूपी वीर अभिमन्यु: मोनू (गोंडा) को 51,000 रुपए और एक गदा मिली।
- मुख्यमंत्री ने प्रत्येक श्रेणी में तीसरे स्थान के विजेताओं को 21,000 रुपए और चौथे स्थान के विजेताओं को 11,000 रुपए का पुरस्कार भी प्रदान किया।
- एथलीटों के लिये सरकारी नौकरियाँ:
- राज्य की खेल नीति के तहत, ओलंपिक, एशियाई खेल, राष्ट्रमंडल खेल, विश्व चैंपियनशिप और राष्ट्रीय खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले एथलीटों को सरकारी रोज़गार प्रदान किया जा रहा है।
- खेल अवसंरचना विकास:
- मुख्यमंत्री ने गाँव, ब्लॉक और ज़िला स्तर पर खेल अवसंरचना विकसित करने के लिये वित्त आठ वर्षों में सरकार के प्रयासों पर ज़ोर दिया।
- प्रमुख विकास कार्यों में ग्राम स्तर पर खेल मैदानों का निर्माण, ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियमों का निर्माण तथा ज़िला स्तर पर पूर्ण स्टेडियमों का निर्माण शामिल है।
- मुख्यमंत्री ने गाँव, ब्लॉक और ज़िला स्तर पर खेल अवसंरचना विकसित करने के लिये वित्त आठ वर्षों में सरकार के प्रयासों पर ज़ोर दिया।
- व्यक्तिगत और सामाजिक विकास में खेलों की भूमिका:
उत्तर प्रदेश खेल नीति 2023
- उत्तर प्रदेश खेल विकास निधि (UPSD Fund) का निर्माण: बुनियादी ढाँचे, एथलीटों, संघों और अकादमियों, विशेष रूप से संसाधनों की कमी वाले अकादमियों को समर्थन देने के लिये 10 करोड़ रुपए का कोष।
- संस्थागत समर्थन: खेल नीति, प्रतिभा मानचित्रण और बुनियादी ढाँचे के विकास के प्रबंधन के लिये एक राज्य खेल प्राधिकरण का गठन।
- उत्कृष्टता केंद्र एवं बुनियादी ढाँचा:
- पीपीपी मॉडल के अंतर्गत 14 खेल-विशिष्ट उत्कृष्टता केंद्र।
- उत्कृष्ट प्रशिक्षण के लिये पाँच उच्च प्रदर्शन केंद्र।
- प्रत्येक ज़िले में बेहतर सुविधाओं (छात्रावास, फिटनेस विशेषज्ञ, आहार विशेषज्ञ) के साथ खेल केंद्र।
- ज़िला, ब्लॉक और ग्राम स्तर के खेल बुनियादी ढाँचे (स्टेडियम, मिनी स्टेडियम, खेल के मैदान) पर ध्यान केंद्रित करना।
- एथलीट विकास: एथलीटों को तीन स्तरों में विभाजित किया गया है:
- ग्रासरूट (शुरुआती)
- विकासात्मक (प्रतिभाशाली)
- एलीट (शीर्ष प्रदर्शनकर्ता)
- समावेशिता पर ध्यान केंद्रित करना:
- महिलाओं की भागीदारी और पैरा-एथलीटों (विशेष प्रशिक्षकों के साथ) पर विशेष ज़ोर देना।
- आयुष्मान योजना के तहत पंजीकृत खिलाड़ियों, कोचों और परिवारों के लिये 5 लाख रुपए तक का कैशलेस स्वास्थ्य बीमा।
- राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को राज्य पेंशन।
- ई-स्पोर्ट्स और स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देना:
- आधिकारिक नीति में ई-स्पोर्ट्स को शामिल करने वाला भारत का पहला राज्य।
- स्वदेशी/स्थानीय खेलों को प्रोत्साहन।
- शिक्षा से जुड़ाव:
- स्कूल की समय-सारिणी में 40 मिनट का खेल, शारीरिक शिक्षा या योग शामिल किया गया।
- स्कूलों में खेल नर्सरियों/अकादमियों को बढ़ावा देना।
- खेल उद्योग और पर्यटन:
- उत्तर प्रदेश को खेल सामग्री विनिर्माण का केंद्र बनाने के लिये समर्थन (जैसे, मेरठ क्लस्टर)।
- खेल पर्यटन को बढ़ावा देना।
- व्यापक प्रतिभा खोज और खेलो इंडिया एकीकरण:
- खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों में सक्रिय भागीदारी।
- विश्वविद्यालय और अकादमी प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्रतिभा की पहचान।
- स्वास्थ्य एवं कल्याण उपाय:
- चोट के उपचार एवं कल्याण के लिये एकलव्य खेल निधि।
- एथलीटों और प्रशिक्षकों के लिये व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा।