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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    प्रश्न. वर्ष 1920 में महात्मा गांधी द्वारा शुरू किये गए असहयोग आंदोलन की मुख्य विशेषताएँ और उपलब्धियाँ क्या थीं? इसका भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर क्या प्रभाव पड़ा था? (250 शब्द)

    26 Jun, 2023 सामान्य अध्ययन पेपर 1 इतिहास

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • असहयोग आंदोलन का संक्षिप्त परिचय देते हुए अपने उत्तर की शुरुआत कीजिये।
    • इसकी विशेषताएँ एवं उपलब्धियाँ बताइये।
    • बताइये कि इसका भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर क्या प्रभाव पड़ा था।
    • तदनुसार निष्कर्ष दीजिये।

    परिचय:

    असहयोग आंदोलन वर्ष 1920 में महात्मा गांधी द्वारा शुरू किया गया एक राजनीतिक अभियान था, जिसका उद्देश्य भारतीयों द्वारा ब्रिटिश सरकार को किये जाने वाले सहयोग को वापस लेना और उसे स्वशासन या स्वराज देने के लिये सहमत करना था।

    मुख्य भाग:

    विशेषताएँ:

    • यह सत्य, अहिंसा और आत्मनिर्भरता के सिद्धांतों पर आधारित था।
      • इसका उद्देश्य ब्रिटिश सरकार की संस्थाओं, वस्तुओं और सेवाओं का बहिष्कार करके ब्रिटिश सत्ता के प्रभाव को कमजोर करना था।
    • इसमें भारतीय समाज के विभिन्न वर्ग जैसे छात्र, शिक्षक, वकील, किसान, श्रमिक, व्यापारी आदि शामिल हुए थे।
      • इसे विभिन्न राजनीतिक दलों और समूहों जैसे कॉन्ग्रेस, खिलाफत समिति आदि का भी समर्थन प्राप्त था।
    • इसके निम्नलिखित कार्यक्रम थे:
      • अंग्रेजों द्वारा प्रदत्त उपाधियों और सम्मानों को त्यागना।
      • सरकारी स्कूलों, कॉलेजों, न्यायालयों और कार्यालयों का बहिष्कार करना।
      • विदेशी वस्त्र, शराब तथा अन्य वस्तुओं का बहिष्कार करना।
      • करों का भुगतान न करना।
    • इसमें हड़ताल, प्रदर्शन, धरना एवं स्वदेशीकारण को बढ़ावा देने के रूप में विरोध और प्रतिरोध को देखा गया।
      • इसमें समानांतर संस्थाओं और आंदोलनों का भी उदय हुआ था जैसे राष्ट्रीय स्कूल, कॉलेज, पंचायतें, खादी समितियाँ आदि।

    उपलब्धियाँ:

    • यह ऐसा पहला राष्ट्रव्यापी जन आंदोलन था जिसने विभिन्न क्षेत्रों, धर्मों और वर्गों के लाखों भारतीयों को एकजुट किया।
      • इसने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ लोगों में एकता और एकजुटता की भावना पैदा की।
    • इसके द्वारा भारत में ब्रिटिश शासन की वैधता और विश्वसनीयता को चुनौती मिली।
      • इससे ब्रिटिश प्रशासन और अर्थव्यवस्था की कमजोरियाँ उजागर हुईं।
      • इससे भारतीय लोगों की राजनीतिक चेतना और आकांक्षाओं को प्रेरणा मिली।
    • इसने भारत के विभिन्न हिस्सों में कई अन्य आंदोलनों को प्रेरित किया जैसे सविनय अवज्ञा आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन आदि।
      • इसने विश्व भर में विभिन्न उपनिवेशवाद-विरोधी आंदोलनों को भी प्रभावित किया।
    • इसने अंग्रेजों को भारत के प्रति अधिक सौहार्दपूर्ण और सुधारवादी दृष्टिकोण अपनाने के लिये मजबूर किया था।

    निषकर्ष:

    असहयोग आंदोलन भारत के स्वतंत्रता संग्राम की एक प्रमुख ऐतिहासिक घटना थी। इसमें प्रतिरोध के तरीकों के रूप में नरमपंथी से गरमपंथी विचारधारा की ओर बदलाव को देखा गया। इसके अंतर्गत दमनकारी शासन के खिलाफ अहिंसक जन आंदोलन की शक्ति और क्षमता का भी प्रदर्शन हुआ।

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