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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    साठोतरी हिंदी कहानी। (2015 प्रश्नपत्र 1d)

    20 Jan, 2018 रिवीज़न टेस्ट्स हिंदी साहित्य

    उत्तर :

    नई कहानी आंदोलन के बाद की कहानी को सामान्यतः समकालीन कहानी कह दिया जाता है। इसके अंतर्गत कई कहानी आंदोलन सीमित या व्यापक रूप में दिखते हैं।

    साठोतरी कहानी की प्रमुख धारा अकहानी आंदोलन के रूप में 1960 के दशक में फ्राँस के ‘एंटी स्टोरी मूवमेंट से प्रभावित है। इस कहानी में जीवन के प्रति अस्वीकार, अजनबीपन, निरर्थकता बोध परंपरा का पूर्ण नकार, यौन उन्मुक्तता, शिल्पगत अमूर्तता जैसे तत्त्व दिखाई देते हैं। दूधनाथ सिंह की ‘रीछ’ व रवीन्द्र कालिया की ‘नौ साल छोटी पत्नी’ प्रमुख हैं।

    इसी प्रकार का एक आंदोलन समानान्तर कहानी का है। आम आदमी को केंद्र में रखकर इस कहानी ने सामन्तवादी, पूंजीवादी व साम्प्रदायिक शक्तियों के खोखले चरित्र को उजागर किया। कमलेश्वर कामतानाथ व इब्राहिम शरीफ इस धारा के कहानीकार हैं।

    आठवें दशक में जनवादी कहानी आंदोलन सामने आया। यह कहानी सर्वहारा पर किये जा रहे शोषण का विरोध करती है। असगर वजाहत, सूरज पालीवन इस प्रकार के प्रमुख कहानीकार हैं।

    साठोतरी कहानी के अंतर्गत अन्य धाराओं में प्रमुख रूप से सचेतन कहानी, सहज कहानी व सक्रिय कहानी की चर्चा की जा सकती है। इन कहानियों में स्वातंत्र्तोर व वैश्वीकृत भारत के सामाजिक-आर्थिक यथार्थ को प्रस्तुत किया गया है।

    इस प्रकार स्पष्ट है कि साठोतरी कहानी संवेदना व विषय के स्तर पर अनेक विशिष्टताओं व विविधताओं को धारण करती हुई हिंदी कहानी को एक नई दिशा दे रही है।

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