रैपिड फायर
सूडान गृहयुद्ध
- 07 Nov 2025
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सूडान इस समय भयंकर गृहयुद्ध से जूझ रहा है, जिसने देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित कर दिया है और इसे विश्व के सबसे गंभीर मानवीय संकटों में से एक बना दिया है।
- संघर्ष की जड़ें: यह युद्ध दो प्रतिद्वंद्वी सैन्य गुटों के बीच सत्ता संघर्ष से उत्पन्न हुआ है — एक तरफ सुडानी सशस्त्र बल (SAF) हैं, जिनके नेता जनरल अब्देल फत्ताह अल-बुर्हान हैं, और दूसरी तरफ रैपिड सपोर्ट फोर्सेस (RSF) हैं, जिनके नेता जनरल मोहम्मद हमदान डगालो (हेमेड्टी) हैं।
- वर्ष 2019 में तानाशाह ओमर अल-बशीर के सत्ता से हटाए जाने से नागरिक शासन की उम्मीदें जगीं, लेकिन वर्ष 2021 के सैन्य तख्तापलट ने अंतरिम सरकार को भंग कर दिया और सत्ता फिर से प्रतिद्वंद्वी सुरक्षा गुटों के हाथों में चली गई।
- वर्ष 2021 के सैन्य तख्तापलट के बाद संघर्ष खार्तूम से दारफुर, कोर्दोफान, अल-फाशर और गज़ीरा तक विस्तृत हो गया। वर्ष 2023 में सुडानी सशस्त्र बल (SAF) और रैपिड सपोर्ट फोर्सेस (RSF) के बीच हिंसक झड़प के कारण यह सूडान का दशकों का सबसे बड़ा संकट बन गया।
- संघर्ष के कारण:
- जातीय प्रतिद्वंद्विता: रैपिड सपोर्ट फोर्सेस (RSF) की उत्पत्ति 2000 के दशक के दारफुर संघर्ष के दौरान सक्रिय जंजावीद मिलिशिया से हुई थी, जिन्होंने मसालित, फ़ुर और जाघावा जैसे गैर-अरब समुदायों को निशाना बनाया। इससे जातीय अविश्वास और बड़े पैमाने पर विस्थापन को बढ़ावा मिला।
- संसाधनों के लिये प्रतिस्पर्द्धा: सूडान के विशाल भूगोल (साहेल से लाल सागर तक) और भूमि, जल, सोना तथा लाल सागर व्यापार मार्गों हेतु प्रतिस्पर्द्धा ने संघर्ष को एवं तीव्र कर दिया है।
- विनाशकारी मानवीय प्रभाव: इस संघर्ष के कारण 1,50,000 से अधिक लोग मारे गए, 13 मिलियन लोग विस्थापित हुए तथा दारफुर के ज़मज़म IDP शिविर में अकाल की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे पूरे क्षेत्र में कुपोषण और बीमारी की स्थिति और बिगड़ गई।
सूडान
- परिचय: सूडान, 1956 में मिस्र और ब्रिटेन से स्वतंत्रता प्राप्त करने वाले पहले अफ्रीकी देशों में से एक था, जिसने 1955 के बांडुंग सम्मेलन में भाग लिया था और वर्ष 2011 में दक्षिण सूडान के अलग होने तक अफ्रीका का सबसे बड़ा देश बना रहा।
- भूगोल: इसकी सीमा मध्य अफ्रीकी गणराज्य, चाड, मिस्र, इरीट्रिया, इथियोपिया, लीबिया और दक्षिण सूडान से लगती है तथा इसकी तटरेखा लाल सागर के किनारे स्थित है।
- सूडान की नदियों में नील नदी (जो ब्लू नाइल और व्हाइट नाइल से मिलकर बनती है और खारतूम में मिलती है), बरका नदी और बहर अल-अरब शामिल हैं।
- सूडान गृहयुद्ध और भारत: वर्ष 2023 में भारत ने SAF और RSF के बीच झड़पों के बीच सूडान में फँसे अपने नागरिकों को निकालने के लिये ऑपरेशन कावेरी शुरू किया।
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