रैपिड फायर
प्रधानमंत्री ने विझिंजम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन किया
- 03 May 2025
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स्रोत: द हिंदू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में विझिंजम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह (VIS) का उद्घाटन किया, जो भारत के समुद्री बुनियादी ढाँचे में एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है।
- विझिंजम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह: यह भारत का पहला गहरे जल का ट्रांसशिपमेंट पोर्ट (Deep-Water Transshipment Port) है, जिसे कंटेनर और बहुउद्देश्यीय कार्गो के लिये डिज़ाइन किया गया है।
- बंदरगाह का विकास सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) के तहत डिजाइन, निर्माण, वित्त, संचालन और हस्तांतरण (DBFOT) के आधार पर किया गया है।
- रणनीतिक अवस्थिति: यूरोप, फारस की खाड़ी और सुदूर पूर्व को जोड़ने वाले प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय शिपिंग मार्गों से केवल 10 समुद्री मील की दूरी पर स्थित VIS, बड़े जहाज़ों (18 से 20 मीटर की गहराई) के लिये पहुँच को बढ़ाता है।
- तकनीकी उन्नति: भारत का पहला अर्द्ध-स्वचालित बंदरगाह, विझिंजम बंदरगाह,AI-संचालित नियंत्रण कक्ष और देश की पहली स्वदेशी पोत यातायात प्रबंधन प्रणाली (VTMS) से सुसज्जित है।
- यह जहाज़ के वापसी समय को कम करता है, यातायात प्रवाह को अनुकूल बनाता है, तथा वास्तविक समय अपडेट के साथ बड़े जहाज़ों की क्षमता को बढ़ाता है।
- आर्थिक प्रभाव: इस बंदरगाह का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय सुविधाओं पर भारत की निर्भरता को कम करना है, क्योंकि वर्तमान में 75% ट्रांसशिपमेंट कार्गो का संचालन विदेशों में किया जाता है।
- घरेलू स्तर पर ट्रांसशिपमेंट का संचालन करने से, बंदरगाह से भारत को प्रतिवर्ष संभावित राजस्व हानि में 200-220 मिलियन अमेरिकी डॉलर की बचत होने की उम्मीद है।
- भावी विकास: विझिंजम बंदरगाह के दूसरे और तीसरे चरण से इसकी क्षमता वर्ष 2028 तक 1 मिलियन (बीस फुट समतुल्य इकाई) TEU से बढ़कर 3 मिलियन TEU प्रतिवर्ष हो जाएगी।
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