प्रारंभिक परीक्षा
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में नए अस्थायी देश
- 09 Jun 2025
- 7 min read
स्रोत: संयुक्त राष्ट्र
चर्चा में क्यों?
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने बहरीन, कोलंबिया, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC), लातविया और लाइबेरिया को 1 जनवरी, 2026 से शुरू होने वाले 2 वर्ष के कार्यकाल हेतु संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के गैर-स्थायी सदस्यों के रूप में चुना है।
- वे डेनमार्क, ग्रीस, पाकिस्तान, पनामा, सोमालिया (वर्ष 2024 में निर्वाचित, वर्ष 2026 तक सेवारत) में शामिल हो जाएंगे।
- इसके अलावा, पाकिस्तान को वर्ष 2025 के लिये UNSC 1988 तालिबान प्रतिबंध समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है और वह परिषद के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में वर्ष 2025-26 के कार्यकाल के दौरान UNSC आतंकवाद-रोधी समिति के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य करेगा।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) क्या है?
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC), जिसकी स्थापना वर्ष 1945 में संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत की गई थी, संयुक्त राष्ट्र के छह प्रमुख अंगों में से एक है, जिसे अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने की प्राथमिक ज़िम्मेदारी सौंपी गई है ।
- परिषद में 15 सदस्य हैं, जिनमें 5 स्थायी सदस्य (P5) - चीन, फ्राँस, रूस, यूनाइटेड किंगडम एवं संयुक्त राज्य अमेरिका (जिनके पास वीटो शक्ति है) और 10 गैर-स्थायी सदस्य हैं, जिन्हें संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) द्वारा 2 वर्ष के कार्यकाल के लिये चुना जाता है।
- ये अस्थायी सीटें क्षेत्रीय आधार पर आवंटित की जाती हैं: अफ्रीकी और एशियाई राज्यों के लिये 5, पूर्वी यूरोपीय राज्यों के लिये 1, लैटिन अमेरिकी एवं कैरेबियाई राज्यों के लिये 2 तथा पश्चिमी यूरोपीय व अन्य राज्यों के लिये 2।
- चुनाव प्रतिवर्ष गुप्त मतदान के माध्यम से आयोजित किये जाते हैं, जिसमें दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती है, भले ही उम्मीदवार निर्विरोध हों।
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद एकमात्र ऐसा संयुक्त राष्ट्र निकाय है, जिसके निर्णयों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत लागू करना सदस्य देशों के लिये अनिवार्य है।
- सुरक्षा परिषद में भारत की भागीदारी वर्ष 1950-51, 1967-68, 1972-73, 1977-78, 1984-85, 1991-92, 2011-12 और 2021-22 की अवधि के दौरान एक गैर-स्थायी सदस्य के रूप में रही है।
1988 तालिबान प्रतिबंध समिति क्या है?
- परिचय: इसे UNSC 1988 प्रतिबंध समिति के नाम से भी जाना जाता है। यह समिति संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के प्रस्ताव 1988 (2011) के तहत स्थापित की गई थी।
- इसमें UNSC के सभी 15 सदस्य शामिल होते हैं। यह समिति सर्वसम्मति से निर्णय लेती है और विश्लेषणात्मक समर्थन एवं प्रतिबंध निगरानी टीम द्वारा सहायता प्राप्त करती है।
- अधिदेश: इसका उद्देश्य उन व्यक्तियों एवं संगठनों के विरुद्ध लक्षित प्रतिबंधों (जैसे- संपत्ति फ्रीज करना, यात्रा प्रतिबंध एवं हथियारों का बहिष्कार) को लागू करना तथा उनकी निगरानी करना है, जो तालिबान से जुड़े हैं और अफगानिस्तान की शांति, स्थिरता व सुरक्षा के लिये खतरा हैं।
- अध्यक्षता: भारत ने दिसंबर 2021 तक इस समिति की अध्यक्षता की थी।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद निरोधक समिति (CTC) क्या है?
- परिचय: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद आतंकवाद निरोधक समिति (CTC) की स्थापना प्रस्ताव 1373 के माध्यम से की गई थी, जिसे अमेरिका में 9/11 आतंकवादी हमलों के बाद वर्ष 2001 में सर्वसम्मति से पारित किया गया था।
- सदस्य: यह समिति संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सभी 15 सदस्य देशों (5 स्थायी और 10 अस्थायी सदस्यों) से मिलकर बनी है।
- अधिदेश: संकल्प 1373 के कार्यान्वयन की निगरानी और प्रोत्साहन करना, जो सदस्य राज्यों को निम्नलिखित प्रतिबद्धताएँ करता है:
- आतंकवाद के वित्तपोषण को अपराध मानना और संबंधित संपत्तियों को ज़ब्त करना,
- आतंकवादियों को वित्तीय और सामग्री समर्थन देने से मना करना,
- आतंकवादी समूहों के लिये सुरक्षित ठिकाने, प्रशिक्षण और सहायता को रोकना,
- आतंकवादी गतिविधियों पर जानकारी साझा करके अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना।
- वर्ष 2025 का अध्यक्ष: वर्ष 2025 में अल्जीरिया CTC की अध्यक्षता करेगा, जबकि फ्राँस, रूस और पाकिस्तान उपाध्यक्ष के रूप में कार्य करेंगे।
- भारत ने वर्ष 2022 में CTC की अध्यक्षता की थी, जो उसके वर्ष 2021–22 के UNSC कार्यकाल के दौरान था और उसने पाकिस्तान द्वारा UN-निर्धारित आतंकवादियों को आश्रय देने की चिंता को सक्रिय रूप से उजागर किया था।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्सप्रश्न. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 5 स्थायी सदस्य होते हैं और शेष 10 सदस्य महासभा द्वारा कितनी अवधि के लिये चुने जाते हैं? (2009) (a) 1 वर्ष उत्तर: (b) |