रैपिड फायर
महादेई नदी जल विवाद
- 19 May 2025
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स्रोत: द हिंदू
हाल ही में महादेई की सहायक नदियों से जल को कर्नाटक की मालप्रभा नदी की ओर मोड़ने की सिफारिश करने वाले एक अध्ययन ने गोवा में विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया है। अध्ययन में यह दावा किया गया है कि इस प्रस्तावित जल-परिवर्तन से गोवा पर कोई गंभीर प्रभाव नहीं पड़ेगा। हालाँकि, इसने गोवा और कर्नाटक के बीच जल बँटवारे को लेकर दशकों पुराने अंतर्राज्यीय जल-साझेदारी विवाद को फिर से उभार दिया है।
- महादेई जल विवाद न्यायाधिकरण (MWDT) ने कर्नाटक को 13.42 हज़ार मिलियन घनफुट (tmcft) जल आवंटित किया था।
- परिचय: इस नदी का उद्गम बिंदु पश्चिमी घाट (भीमगढ़ वन्यजीव अभयारण्य, कर्नाटक) है, तथा यह गोवा (78% जलग्रहण क्षेत्र), कर्नाटक (18%) और महाराष्ट्र (4%) से होकर प्रवाहित होती है और अंततः अरब सागर में गिरती है।
- सहायक नदियाँ: कलसा, बंडूरी, मापसा, रगड़ा, नानुज़, वालवोटी, नेरुल, सेंट इनीज़ क्रीक, दूधसागर, कोट्राची नदी, और रियो डी ओरेम।
- यह ज़ुआरी नदी से कम्बरजुआ नहर के माध्यम से जुड़ी हुई है।
- विशेषताएँ: यह दूधसागर जलप्रपात (मोल्लेम राष्ट्रीय उद्यान और भगवान महावीर अभयारण्य) तथा चोराओ द्वीप पर स्थित सलीम अली पक्षी अभयारण्य के लिये प्रसिद्ध है।
- सहायक नदियाँ: कलसा, बंडूरी, मापसा, रगड़ा, नानुज़, वालवोटी, नेरुल, सेंट इनीज़ क्रीक, दूधसागर, कोट्राची नदी, और रियो डी ओरेम।
- मलप्रभा नदी: यह कृष्णा नदी की एक सहायक नदी है और इसका उद्गम कर्नाटक के बेलगाम में पश्चिमी घाट के कनकुंबी गाँव से होता है।
- ऐहोल, पट्टडकल, और बादामी, जो सभी यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं, इसकी तटरेखा के किनारे स्थित हैं।
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