रैपिड फायर
लखनऊ को UNESCO ने ‘क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी’ घोषित किया
- 03 Nov 2025
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लखनऊ को उज़्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित UNESCO महासम्मेलन (43वें सत्र) के दौरान क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी का दर्जा प्रदान किया गया।
- शामिल किये जाने के कारण: यह मान्यता लखनऊ की समृद्ध अवधी व्यंजन परंपरा (जैसे कबाब, बिरयानी, कोरमा और शीरमाल) को सम्मानित करती है, जो शहर की खानपान कला, आतिथ्य और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है।
- लखनऊ इस गौरव को प्राप्त करने वाला हैदराबाद (2019) के बाद भारत का दूसरा शहर बन गया है।
- ‘क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी’ के लिये मानदंड: किसी शहर को इस श्रेणी में शामिल होने के लिये —
- समृद्ध पारंपरिक पाक विरासत, स्थानीय सामग्री और कौशल होना चाहिये,
- सततता और खाद्य शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिये,
- भोजन के माध्यम से सामुदायिक भागीदारी और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करना चाहिये, इत्यादि।
UNESCO क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क (UCCN)
- परिचय: UNESCO द्वारा वर्ष 2004 में स्थापित, क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क (UCCN) उन शहरों के बीच सहयोग को बढ़ावा देता है जिन्होंने स्थायी शहरी विकास के लिये रचनात्मकता को एक रणनीतिक कारक के रूप में पहचाना है।
- UCCN नेटवर्क: वर्तमान में 100 से अधिक देशों के 408 शहर इस नेटवर्क का हिस्सा हैं।
- इस वर्ष पहली बार “UCCN ने क्रिएटिव सिटीज़ ऑफ आर्किटेक्चर” को एक नई रचनात्मक श्रेणी (New creative field) के रूप में शामिल किया गया है, जो कि मौजूदा सात क्रिएटिव फील्ड्स (हस्तकला एवं लोककला, डिज़ाइन, फ़िल्म, गैस्ट्रोनॉमी/पाक-कला, साहित्य, मीडिया कला और संगीत) के अलावा एक नया क्रिएटिव फील्ड है।
- UCCN में भारतीय शहर: भारत के अब लखनऊ समेत 9 शहरों को UNESCO क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क (UCCN) के तहत मान्यता मिली है।
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शहर |
श्रेणी |
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जयपुर |
हस्तकला एवं लोककला |
2015 |
|
वाराणसी |
संगीत |
2015 |
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चेन्नई |
संगीत |
2017 |
|
मुंबई |
फिल्म |
2019 |
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हैदराबाद |
गैस्ट्रोनॉमी/पाक-कला |
2019 |
|
श्रीनगर |
हस्तकला एवं लोककला |
2021 |
|
ग्वालियर |
संगीत |
2023 |
|
कोझिकोड |
साहित्य |
2023 |
|
लखनऊ |
गैस्ट्रोनॉमी/पाक-कला |
2025 |
| और पढ़ें: UNESCO यूनेस्को क्रिएटिव सिटी नेटवर्क में कोझिकोड और ग्वालियर |