रैपिड फायर
अंतर्राष्ट्रीय चीता दिवस
- 05 Dec 2025
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भारत के प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय चीता दिवस (4 दिसंबर) के अवसर पर प्रोजेक्ट चीता के तहत भारत की प्रगति को रेखांकित किया।
- अंतर्राष्ट्रीय चीता दिवस: अमेरिकी जीवविज्ञानी डॉ. लॉरी मार्कर, जो चीता संरक्षण कोष (Cheetah Conservation Fund) की संस्थापक हैं, द्वारा स्थापित यह दिवस उस चीते खयाम की स्मृति में मनाया जाता है, जिसे उन्होंने पाला था। यह दिवस चीता प्रजाति के विलुप्त होने को रोकने और संरक्षण प्रयासों को मज़बूत करने की वैश्विक पहल को उजागर करता है।
- प्रोजेक्ट चीता: भारत ने 70 वर्षों से अधिक समय से देश में विलुप्त हो चुके चीतों को पुनः स्थापित करने के लिये वर्ष 2022 में प्रोजेक्ट चीता शुरू किया।
- प्रोजेक्ट टाइगर के तहत संचालित, प्रोजेक्ट चीता विश्व की पहली अंतरमहाद्वीपीय बड़ी जंगली मांसाहारी स्थानांतरण परियोजना है और चीता एक्शन प्लान को क्रियान्वित करती है।
- इस परियोजना का उद्देश्य सुरक्षित आवासों में प्रजननशील चीता आबादी को शामिल करना, जो ऐतिहासिक क्षेत्र में विस्तारित हैं। खुले वनों और सवाना पारिस्थितिकी तंत्र को पुनर्स्थापित करने के लिये चीतों को एक प्रमुख प्रजाति के रूप में उपयोग करना, स्थानीय आजीविका में सुधार के लिये पारिस्थितिक विकास और पारिस्थितिक पर्यटन को बढ़ावा देना।
- इस परियोजना को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा मध्य प्रदेश वन विभाग और भारतीय वन्यजीव संस्थान के साझेदारी में कार्यान्वित किया जा रहा है और इसका निरीक्षण वर्ष 2023 में स्थापित चीता प्रोजेक्ट संचालन समिति द्वारा किया जाता है।
- उपलब्धियाँ: नामीबिया से 8 और दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों को कुनो राष्ट्रीय उद्यान में स्थानांतरित किया गया, जहाँ उन्होंने प्राकृतिक व्यवहार प्रदर्शित किया।
- दिसंबर 2025 तक भारत में कुल 32 चीते हैं, जिनमें से 21 देश में ही जन्मे हैं।
