रैपिड फायर
तालिस्मान सेबर अभ्यास 2025
- 15 Jul 2025
- 3 min read
स्रोत: द हिंदू
भारत पहली बार ऑस्ट्रेलिया के नेतृत्व वाले बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास तालिस्मन सेबर अभ्यास 2025 के 11वें संस्करण में भाग ले रहा है।
तालिस्मन सेबर अभ्यास 2025
- परिचय: वर्ष 2005 में शुरू किया गया और हर दो वर्ष में आयोजित किया जाने वाला तालिस्मन सेबर अभ्यास, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के बीच एक द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास के रूप में शुरू हुआ और तब से यह एक प्रमुख बहुराष्ट्रीय युद्ध अभ्यास के रूप में विकसित हो गया है, जिसमें यूरोपीय भागीदारों के अलावा प्रमुख हिंद-प्रशांत भागीदार भी शामिल हैं।
- इस अभ्यास के 11वें और अब तक के सबसे बड़े संस्करण में ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, भारत, जापान, फ्राँस, ब्रिटेन तथा अन्य 19 देशों के 35,000 से अधिक सैन्यकर्मी शामिल हैं, जो उन्नत बहुराष्ट्रीय समन्वय और क्षमता का प्रदर्शन करते हैं।
- क्वींसलैंड, उत्तरी क्षेत्र, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया, न्यू साउथ वेल्स और क्रिसमस द्वीप में आयोजित, पहली बार पापुआ न्यू गिनी में विस्तार के साथ, विस्तारित क्षेत्रीय सहभागिता को चिह्नित किया गया।
- उद्देश्य: इसका उद्देश्य एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देना, सैन्य तत्परता, अंतर-संचालन, संयुक्त परिचालन क्षमता को बढ़ाना तथा सहयोगी राष्ट्रों के बीच क्षेत्रीय सुरक्षा संरचना को सुदृढ़ करना है।
- स्थान: ऑस्ट्रेलिया और अपतटीय स्थानों में कई रक्षा तथा गैर-रक्षा प्रशिक्षण क्षेत्रों में आयोजित किया गया।
- प्रमुख सैन्य गतिविधियाँ: इसमें लाइव-फायर ड्रिल, फील्ड प्रशिक्षण, जल-थल लैंडिंग, जमीनी बल युद्धाभ्यास, हवाई युद्ध, समुद्री संचालन और बल तैयारी अभ्यास शामिल हैं, जो संयुक्त युद्ध क्षमताओं को बढ़ाते हैं।
प्रमुख भारत-ऑस्ट्रेलिया सैन्य अभ्यास
- ऑसइंडेक्स (नौसैनिक), पिच ब्लैक (वायु), ऑस्ट्राहिंद (सैन्य) ।
प्रमुख भारत-अमेरिका सैन्य अभ्यास
- युद्ध अभ्यास (सैन्य), टाइगर ट्रायम्फ, कोप इंडिया (वायु) और वज्र प्रहार।
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