रैपिड फायर
भारत में कैंसर देखभाल संबंधी अंतराल
- 07 Jun 2025
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स्रोत: द हिंदू
राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान अकादमी (NAMS) द्वारा हाल ही में जारी 'भारत में स्तन कैंसर पर NAMS टास्क फोर्स रिपोर्ट' में कैंसर देखभाल संबंधी प्रमुख अंतरालों (विशेष रूप से स्तन कैंसर के शीघ्र निदान और समय पर उपचार के संदर्भ में) पर प्रकाश डाला गया है।
- 60% से अधिक रोगियों का स्टेज 3 या 4 में निदान हो पाता है जबकि अमेरिका में 60% का निदान स्टेज 1 में हो जाता है। 50% से अधिक भारतीय रोगी परामर्श में 3 महीने से अधिक की देरी करते हैं।
- कैंसर के मामलों में भारत, चीन और अमेरिका के बाद विश्व स्तर पर तीसरे स्थान पर है जहाँ वर्ष 2040 तक कैंसर के मामले 2.08 मिलियन (वर्ष 2020 से 57.5% अधिक) तक पहुँचने का अनुमान है।
- यह अनुमान है कि अन्य मध्यम आय वाले देशों के साथ-साथ भारत भी आगामी 50 वर्षों में वैश्विक स्तर पर कैंसर की घटनाओं में वृद्धि का कारण बनेगा।
- वर्ष 2023 तक, 1.63 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (AAM) ने 10.04 करोड़ स्तन कैंसर की जाँच की।
- आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केन्द्र (AB-HWC) का उन्नत संस्करण AAM का उद्देश्य विशेष रूप से वंचित समुदायों के लिये सार्वभौमिक, मुफ्त और सुलभ सेवाएँ प्रदान करके प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा को मज़बूत करना है।
- यह मातृ एवं शिशु देखभाल के अतिरिक्त सेवाओं की एक विस्तृत शृंखला प्रदान करता है , जिसमें गैर-संचारी रोगों के लिये उपचार, उपशामक और पुनर्वास देखभाल, नेत्र और ENT देखभाल, मानसिक स्वास्थ्य सहायता, आपातकालीन के साथ-साथ मुफ्त आवश्यक दवाएँ और नैदानिक सेवाएँ भी शामिल हैं ।
- NAMS: NAMS (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत) अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देता है, राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति पर सलाह देता है। इसे चिकित्सा एवं संबद्ध स्वास्थ्य पेशेवरों के लिये सतत् शिक्षा हेतु एक नोडल एजेंसी के रूप में मान्यता प्राप्त है।
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