रैपिड फायर
आपदा सूचना प्रबंधन के विकास के लिये एशियाई और प्रशांत केंद्र
- 24 Nov 2025
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आपदा सूचना प्रबंधन के विकास के लिये एशियाई और प्रशांत केंद्र (APDIM) का 10वाँ सत्र नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित हुआ, जिसने एशिया-प्रशांत क्षेत्र में आपदा तैयारी और लचीलेपन को सुदृढ़ करने में भारत की नेतृत्वकारी भूमिका को पुनर्पुष्ट किया।
- सुदृढ़ क्षेत्रीय प्रतिबद्धता: भारत ने APDIM, एशिया-प्रशांत हेतु संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (UNESCAP) और क्षेत्रीय साझेदारों के साथ सहयोग को पुनः सुनिश्चित किया, ताकि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में आपदा तथा जलवायु जोखिम में कमी को सुदृढ़ किया जा सके।
- भारत के नेतृत्व में क्षमता-विकास, त्वरित चेतावनी तंत्र, भू-स्थानिक उपकरणों और जलवायु-सहनशील योजना पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जो आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर भारत के प्रधानमंत्री के दस सूत्रीय एजेंडा के अनुरूप है।
- सत्र में प्रगति की समीक्षा की गई और APDIM की वर्ष 2026 कार्ययोजना तथा दीर्घकालिक रोडमैप (2026–2030) के लिये योजना-निर्माण की शुरुआत की गई, ताकि वैश्विक आपदा ढाँचों के अनुरूप कार्य किया जा सके।
- वैश्विक विकास संरेखण: निष्कर्षों से आपदा न्यूनीकरण हेतु सेंडाई रूपरेखा 2015–30 और सतत् विकास के लिये 2030 एजेंडा के कार्यान्वयन को समर्थन मिलने की अपेक्षा है।
APDIM
- APDIM, UN ESCAP की एक क्षेत्रीय संस्था है, जिसका मुख्यालय तेहरान, ईरान में स्थित है।
- इसका उद्देश्य एशिया और प्रशांत क्षेत्र में सतत् विकास को सुदृढ़ करने के लिये सटीक और प्रभावी आपदा-जोखिम सूचना सुनिश्चित करना है।
- APDIM एक क्षेत्रीय ज्ञान-केंद्र के रूप में कार्य करता है, जो आपदा-संबंधी डेटा को समेकित और साझा करता है, सूचना प्रणालियों को मज़बूत बनाता है तथा सीमा-पार खतरों पर सहयोग को बढ़ावा देता है।
- अपने वर्ष 2021–2030 के रणनीतिक कार्यक्रम के माध्यम से APDIM जोखिम सूचना प्रणालियों में सुधार, डेटा उपयोग की क्षमता में वृद्धि और क्षेत्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करने की दिशा में कार्य करता है।
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