रैपिड फायर
एल्युमीनियम-आयन बैटरी
- 17 Sep 2025
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बंगलूरू स्थित सेंटर फॉर नैनो एंड सॉफ्ट मैटर साइंसेज़ (CeNS) ने एक लचीली जलीय एल्युमिनियम-आयन बैटरी विकसित की है, जो फोन, लैपटॉप, इलेक्ट्रिक वाहन आदि में सामान्यतः उपयोग की जाने वाली लिथियम-आयन बैटरियों का एक सुरक्षित और सतत् विकल्प है।
एल्युमीनियम-आयन बैटरी
- प्रयुक्त सामग्री: इस बैटरी में एल्युमिनियम का उपयोग किया गया है, जो सबसे प्रचुर मात्रा में उपलब्ध और पर्यावरण अनुकूल धातुओं में से एक है। इसे जल-आधारित इलेक्ट्रोलाइट के साथ संयोजित किया गया है, जिससे यह किफायती, विस्फोट-रोधी और पर्यावरण के लिये सुरक्षित बनती है।
- घटक: इसमें एक कॉपर हेक्सासायनोफेरेट (CuHCFe) कैथोड (धनात्मक इलेक्ट्रोड) होता है, जो पहले से ही एल्युमीनियम आयनों से भरा होता है और एक मोलिब्डेनम ट्राइऑक्साइड (MoO₃) एनोड (ऋणात्मक इलेक्ट्रोड) होता है।
- प्रदर्शन: यह बैटरी 150 चार्ज–डिस्चार्ज चक्रों के बाद भी सक्षम बनी रहती है और मोड़े जाने पर भी निरंतर उपकरणों को ऊर्जा प्रदान कर सकती है।
- इसे इतना लचीला बनाया गया है कि यह कागज़ की तरह मोड़ने या तह करने पर भी अपनी क्षमता नहीं खोती।
- अनुप्रयोग: यह लचीले स्मार्टफोन, पहनने योग्य उपकरणों और अधिक सुरक्षित इलेक्ट्रिक वाहनों के लिये नए मार्ग प्रशस्त करती है।
- यह विकास भारत को वैश्विक जलवायु तथा पर्यावरणीय लक्ष्यों के अनुरूप सतत् और अगली पीढ़ी के ऊर्जा भंडारण समाधानों के अग्रणी स्थान पर स्थापित करता है।
- चुनौतियाँ: Al³⁺ आयनों का धीमा प्रसार और ग्रेफाइट जैसे पदार्थों की संभावित संरचनात्मक गिरावट, चक्र स्थिरता को सीमित करती है।
- एल्युमिनियम एनोड में जंग लगने की समस्या होती है, जो बैटरी की दीर्घायु को प्रभावित कर सकती है।
लिथियम-आयन बैटरी
- यह एक रिचार्जेबल बैटरी है, जिसमें चार्जिंग और डिस्चार्जिंग प्रक्रिया के दौरान लिथियम आयन, ऋणात्मक इलेक्ट्रोड (ग्रेफाइट) और धनात्मक इलेक्ट्रोड (Li ट्रांज़िशनल मेटल ऑक्साइड्स) के बीच एक गैर-जलीय इलेक्ट्रोलाइट के माध्यम से प्रवाहित होते हैं।
- यह ऊर्जा को अधिक सघन रूप में संग्रहीत करती है और चार्ज के बीच लंबे चक्र प्रदान करती है।
- पुरानी लेड-एसिड बैटरियों के विपरीत यह हल्की होती है और कम विषाक्त लिथियम तथा कार्बन इलेक्ट्रोड का उपयोग करती है।
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