रैपिड फायर
ED का 69वाँ स्थापना दिवस
- 05 May 2025
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स्रोत: पी.आई.बी
नई दिल्ली में आयोजित प्रवर्तन निदेशालय (ED) के 69वें स्थापना दिवस पर आर्थिक अपराधों और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका को पुनः पुष्ट किया। यह प्रयास भारत के 'विकसित भारत 2047' के विजन की दिशा में एक सशक्त कदम है।
- ED: विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम (FERA), 1947 के उल्लंघन से निपटने के लिये आर्थिक मामलों के विभाग के तहत 'प्रवर्तन इकाई' के रूप में 1 मई 1956 को स्थापित किया गया था और 1957 में इसका नाम परिवर्तित करके प्रवर्तन निदेशालय कर दिया गया। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
- वर्ष 1960 में राजस्व विभाग को हस्तांतरित, ED अब केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधीन कार्य करता है, जो धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (PMLA) और भगोड़े आर्थिक अपराधी अधिनियम, 2018 (FEOA) के आपराधिक प्रावधानों एवं विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के नागरिक प्रावधानों को लागू करता है।
- ED का नेतृत्व एक निदेशक (भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव के पद से नीचे नहीं) करता है।
- ED के मुख्य कार्यों में धन शोधन, आतंकवाद के वित्तपोषण और संगठित अपराध पर अंकुश लगाना तथा आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल है।
- ED की उपलब्धियाँ: वित्त वर्ष 2024-25 में, ED ने 30,036 करोड़ रुपये के अनंतिम कुर्की आदेश जारी किए , जो 2023-24 की तुलना में संख्या में 44% और मूल्य में 141% की वृद्धि को दर्शाता है।
- वर्ष 2025 तक अनंतिम कुर्की के तहत संपत्तियों का कुल मूल्य 15.46 लाख करोड़ रुपये होगा।
- वर्ष 2014 और वर्ष 2024 के बीच, ED ने लगभग 5,000 नई PMLA जाँचें शुरू कीं, जो प्रवर्तन गतिविधियों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाती हैं।
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