मुख्य परीक्षा
भारत में सुरक्षित और विश्वसनीय AI के अनुकूल परिवेश
- 14 Oct 2025
- 50 min read
चर्चा में क्यों?
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (MeitY) ने अपने इंडियाAI मिशन के तहत, सुरक्षित और विश्वसनीय AI स्तंभ के तहत पांच अग्रणी परियोजनाओं का चयन किया है, जो डीपफेक का पता लगाने, पूर्वाग्रह को कम करने और सुरक्षा मूल्यांकन को लक्षित करते हैं।
- इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वतंत्र व्यावसायिक प्रभाग, इंडियाAI, इंडियाAI मिशन की कार्यान्वयन एजेंसी है। इसका उद्देश्य समाज के सभी वर्गों में AI के लाभों का लोकतंत्रीकरण करना और AI के नैतिक और ज़िम्मेदाराना उपयोग को सुनिश्चित करना है।
इंडियाAI के सुरक्षित और विश्वसनीय AI स्तंभ के अंतर्गत प्रमुख परियोजनाएँ क्या हैं?
- डीपफेक का पता लगाना:
- साक्ष्य (IIT जोधपुर और IIT मद्रास): डीपफेक का पता लगाने और नियंत्रित करने के लिये रिट्रीवल-ऑगमेंटेड जेनरेशन (RAG) का उपयोग करते हुए रियल-टाइम मल्टी-एजेंट फ्रेमवर्क, गलत सूचना और डिजिटल धोखाधड़ी से सुरक्षा प्रदान करता है।
- AI विश्लेशक (IIT मंडी): प्रतिकूल मज़बूती और व्याख्यात्मकता के साथ उन्नत ऑडियो-विजुअल डीपफेक और हस्तलिखित हस्ताक्षर जालसाजी का पता लगाना, फोरेंसिक सटीकता में सहायता करना।
- रियल-टाइम वॉयस डीपफेक डिटेक्शन (IIT खड़गपुर): सिंथेटिक वॉयस हेरफेर का पता लगाने, संचार चैनलों को सुरक्षित करने और पहचान धोखाधड़ी को रोकने के लिये उपकरण।
- पूर्वाग्रह शमन:
- कृषि क्षेत्र में प्रयुक्त एलएलएम (Large Language Models) (डिजिटल फ्यूचर्स लैब और कार्या): कृषि के लिये AI मॉडल में मौजूद लैंगिक पूर्वाग्रहों का मूल्यांकन और उन्हें कम करना। इसका उद्देश्य ऐसे निष्पक्ष और समावेशी AI अनुप्रयोगों को प्रोत्साहित करना है जो महिला किसानों और ग्रामीण समुदायों की जरूरतों को समान रूप से संबोधित करें और उन्हें सशक्त बनाएं।
- प्रवेश परीक्षण और मूल्यांकन:
- एनविल (IIT धारवाड़): एलएलएम और जनरेटिव AI के लिये एक प्रवेश परीक्षण और मूल्यांकन उपकरण, जो प्रतिकूल हमलों के खिलाफ AI सिस्टम सुरक्षा और लचीलापन बढ़ाता है।
इंडियाAI मिशन भारत में एक ज़िम्मेदार AI पारिस्थितिकी तंत्र को किस प्रकार बढ़ावा दे रहा है?
इंडियाAI मिशन के सात स्तंभों का उद्देश्य भारत में ज़िम्मेदार और सुरक्षित AI तैनाती सुनिश्चित करना है।
- इंडियाAI कंप्यूट स्तंभ: यह स्तंभ सस्ती कीमत पर उच्च-स्तरीय JPU प्रदान करता है।
- ये GPU मात्र ₹65 प्रति घंटे की रियायती दर पर उपलब्ध हैं।
- इंडियाAI अनुप्रयोग विकास पहल: यह स्तंभ भारत-विशिष्ट चुनौतियों के लिये AI अनुप्रयोगों का विकास करता है।
- इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा, कृषि, जलवायु परिवर्तन, शासन और सहायक शिक्षण प्रौद्योगिकियाँ शामिल हैं।
- AIKosh (डेटासेट प्लेटफॉर्म): AIKosh, AI मॉडलों के प्रशिक्षण के लिये बड़े डेटासेट विकसित करता है। यह सरकारी और गैर-सरकारी स्रोतों से डेटा को एकीकृत करता है।
- इंडियाAI फाउंडेशन मॉडल: यह स्तंभ भारतीय डेटा और भाषाओं का उपयोग करके भारत के अपने बड़े मल्टीमॉडल मॉडल विकसित करता है।
- यह जनरेटिव AI में संप्रभु क्षमता और वैश्विक प्रतिस्पर्द्धा सुनिश्चित करता है।
- इंडियाAI फ्यूचरस्किल्स: यह स्तंभ AI-कुशल पेशेवरों का निर्माण करता है।
- इंडियाAI स्टार्टअप फाइनेंसिंग: यह स्तंभ AI स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
- इंडियाAI स्टार्टअप्स ग्लोबल कार्यक्रम मार्च, 2025 में लॉन्च किया जाएगा।
- सुरक्षित और विश्वसनीय AI: यह स्तंभ मजबूत शासन के साथ ज़िम्मेदार AI अपनाने को सुनिश्चित करता है।
- फोकस क्षेत्र: मशीन अनलर्निंग, पूर्वाग्रह शमन, गोपनीयता-संरक्षण एमएल, व्याख्या, ऑडिटिंग, शासन परीक्षण।
भारत में AI पारिस्थितिकी तंत्र
- प्रौद्योगिकी क्षेत्र में वृद्धि: वर्ष 2025 में वार्षिक राजस्व 280 बिलियन अमेरिकी डॉलर को पार करने का अनुमान है।
- रोज़गार: तकनीक और AI पारिस्थितिकी तंत्र में 6 मिलियन से अधिक पेशेवर कार्यरत हैं।
- वैश्विक क्षमता केंद्र (GCCs): भारत में 1,800 से अधिक GCCs हैं, जिनमें से 500 से भी अधिक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर केंद्रित हैं।
- स्टार्टअप परिदृश्य: भारत में लगभग 1.8 लाख स्टार्टअप हैं, पिछले वर्ष 89% नए स्टार्टअप ने उत्पादों/सेवाओं में AI को शामिल किया।
- AI को अपनाना: नैसकॉम AI अपनाने के सूचकांक में भारत का स्कोर 2.45/4 है, जिसमें 87% उद्यम सक्रिय रूप से AI समाधानों का उपयोग कर रहे हैं।
- अग्रणी क्षेत्र: प्रमुख अपनाने वालों में औद्योगिक और ऑटोमोटिव, उपभोक्ता वस्तुएँ और खुदरा, BFSI और स्वास्थ्य सेवा शामिल हैं, जो AI के कुल मूल्य का लगभग 60% योगदान करते हैं।
- AI परिपक्वता: लगभग 26% भारतीय कंपनियों ने बड़े पैमाने (BCG सर्वेक्षण) पर AI परिपक्वता हासिल कर ली है।
पढ़ने के लिये यहाँ क्लिक करें: भारत की AI क्रांति
दृष्टि मेंस प्रश्न: भारत के AI पारिस्थितिकी तंत्र में ज़िम्मेदार AI परिनियोजन सुनिश्चित करने, पूर्वाग्रहों को कम करने और नागरिक अधिकारों की सुरक्षा करने में इंडियाAI की भूमिका पर चर्चा कीजिये। |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न 1. इंडियाAI के सुरक्षित और विश्वसनीय AI मिशन का उद्देश्य क्या है?
इंडियाAI का लक्ष्य सुरक्षित, विश्वसनीय और नैतिक AI को मज़बूत करना, पूरे भारत में ज़िम्मेदार तैनाती, समावेशी शासन तथा तकनीकी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है।
प्रश्न 2. इंडियाAI के सुरक्षित और विश्वसनीय AI स्तंभ के तहत किन प्रमुख परियोजनाओं का चयन किया गया है?
पाँच परियोजनाओं में साक्षात्, AI विश्लेषक, रियल-टाइम वॉयस डीपफेक डिटेक्शन, कृषि LLM में लैंगिक पूर्वाग्रह का मूल्यांकन और एनविल शामिल हैं।
प्रश्न 3. भारत में AI अपनाने और पारिस्थितिकी तंत्र की वर्तमान स्थिति क्या है?
भारत में 280 बिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रौद्योगिकी क्षेत्र है, जिसमें 6 मिलियन से अधिक पेशेवर कार्यरत हैं, 1,800 से अधिक GCC हैं, तथा 87% उद्यम सक्रिय रूप से AI का उपयोग कर रहे हैं, जिनमें से 26% ने बड़े पैमाने पर AI परिपक्वता प्राप्त कर ली है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा के पिछले वर्ष के प्रश्न (PYQ)
प्रीलिम्स:
प्रश्न. विकास की वर्तमान स्थिति में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence), निम्नलिखित में से किस कार्य को प्रभावी रूप से कर सकती है? (2020)
- औद्योगिक इकाइयों में विद्युत की खपत कम करना
- सार्थक लघु कहानियों और गीतों की रचना
- रोगों का निदान
- टेक्स्ट-से-स्पीच (Text-to-Speech) में परिवर्तन
- विद्युत ऊर्जा का बेतार संचरण
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:
(a) केवल 1, 2, 3 और 5
(b) केवल 1, 3 और 4
(c) केवल 2, 4 और 5
(d) 1, 2, 3, 4 और 5
उत्तर: (b)
मेन्स:
प्रश्न. कृत्रिम बुद्धि (ए.आई.) की अवधारणा का परिचय दीजिये। ए.आई. क्लिनिकल निदान में कैसे मदद करता है? क्या आप स्वास्थ्य सेवा में ए.आई. के उपयोग में व्यक्ति की निजता को कोई खतरा महसूस करते हैं? (2023)