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अंतर्राष्ट्रीय संबंध

आतंकवाद पर अमेरिकी कॉन्ग्रेस की रिपोर्ट

  • 29 Sep 2021
  • 6 min read

प्रिलिम्स के लिये:

क्वाड, फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स

मेन्स के लिये:

आतंकवाद की चुनौतियाँ एवं समाधान

चर्चा में क्यों?

हाल ही में आतंकवाद पर अमेरिकी कॉन्ग्रेसकी रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान विदेशी आतंकवादी संगठन (Foreign Terrorist Organisation- FTO) के रूप में नामित कम-से-कम 12 समूहों का घर है।

  • क्वाड समिट (Quad summit), 2021 में अमेरिकी कॉन्ग्रेस के द्विदलीय अनुसंधान विंग द्वारा जारी “पाकिस्तान में आतंकवादी और अन्य मिलिटेंट ग्रुप्स” नामक रिपोर्ट।
  • इससे पहले फरवरी 2021 में फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने पाकिस्तान को अपनी ग्रे लिस्ट पर बनाए रखने का फैसला किया था।

विदेशी आतंकवादी संगठन

  • एफटीओ विदेशी संगठन हैं जिन्हें यूएस सेक्रेटरी ऑफ स्टेट द्वारा नामित किया जाता है। यह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है और आतंकवादी गतिविधियों तथा समूहों पर आतंकवाद के कारोबार से बाहर निकलने के लिये दबाव बनाने हेतु समर्थन को कम करने का एक प्रभावी साधन है।

प्रमुख बिंदु

  • आतंकवाद के लिये पाकिस्तान सुरक्षित पनाहगाह:
    • पाकिस्तान कुछ क्षेत्रीय आतंकवादी समूहों के लिये एक सुरक्षित पनाहगाह के रूप में काम कर रहा है और इन समूहों को अफगानिस्तान के साथ-साथ भारत को लक्षित करने की अनुमति दी है।
    • अफगानिस्तान, भारत और अमेरिका सहित पाकिस्तान के पड़ोसियों ने लंबे समय से इस्लामाबाद पर आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह तथा समर्थन प्रदान करने का आरोप लगाया है।
  • आतंकवादी समूहों का वर्गीकरण:
    • पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी समूहों को मोटे तौर पर पाँच प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है:
      • विश्व-उन्मुख
      • अफगानिस्तान उन्मुख
      • भारत और कश्मीर उन्मुख
      • घरेलू रूप से उन्मुख
      • सांप्रदायिक (शिया विरोधी)।

पाकिस्तान के प्रमुख आतंकवादी संगठन 

नाम

गठन

FTO के रूप में नामित

परिचय

गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के अनुसार भारत में स्थिति

लश्कर-ए-तैयबा (LET)

1980 के दशक के अंत में

2001

यह मुंबई में वर्ष 2008 के प्रमुख हमलों के साथ- साथ कई अन्य हाई-प्रोफाइल हमलों के लिये उत्तरदायी था।



प्रतिबंधित

जैश-ए-मोहम्मद (JEM)

2000

2001

लश्कर-ए-तैयबा के साथ यह अन्य हमलों के अलावा भारतीय संसद पर वर्ष 2001 में हुए हमले के लिये उत्तरदायी था। जैश-ए-मोहम्मद ने संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ युद्ध की घोषणा की है।



प्रतिबंधित

हरकत-उल-जिहाद-ए-इस्लामी (HUJI)

1980

2010

प्रारंभ में इसका गठन सोवियत सेना से लड़ने के लिये किया गया था, हालाँकि वर्ष 1989 के बाद इसने भारत की ओर अपने प्रयासों को पुनर्निर्देशित किया, साथ ही इसने अफगान तालिबान को लड़ाकों की भी आपूर्ति की है।


हरकत-उल-जिहाद-ए-इस्लामी (HUJI) वर्तमान में अफगानिस्तान, पाकिस्तान और, बांग्लादेश में सक्रिय है और कश्मीर को पाकिस्तान में मिलाने की मांग करता है।



प्रतिबंधित

हरकत-उल-मुजाहिदीन (HUM)

1985

1997

यह मुख्य रूप से पाक-अधिकृत कश्मीर और कुछ पाकिस्तानी शहरों से संचालित होता है।



प्रतिबंधित

हिज़बुल मुजाहिद्दीन



1989

2017

यह पाकिस्तान के सबसे बड़े इस्लामी राजनीतिक दल की उग्रवादी शाखा है और जम्मू-कश्मीर में सक्रिय सबसे बड़े और सबसे पुराने आतंकवादी समूहों में से एक है।

प्रतिबंधित

अलकायदा 

1988

1999

यह मुख्य रूप से पूर्व संघ प्रशासित जनजातीय, कराची मेगासिटी और अफगानिस्तान में संचालित है।

प्रतिबंधित

  • उठाए गए कदम:
    • जम्मू-कश्मीर में वर्ष 2019 की शुरुआत में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान सरकार द्वारा आतंकी वित्तपोषण (Terror Financing) और भारत-केंद्रित कुछ युद्धरत आतंकी समूहों को रोकने के लिये मामूली कदम उठाए गए थे।
    • हालाँकि इसे अभी भारत एवं अफगानिस्तान केंद्रित उग्रवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करनी है और आतंकवाद का मुकाबला करने के लिये 2015 की राष्ट्रीय कार्य योजना के सबसे कठिन पहलुओं पर भी उसकी प्रगति अधूरी है, विशेष रूप से बिना किसी देरी तथा भेदभाव के सभी आतंकवादी संगठनों को खत्म करने का संकल्प।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

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