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दृष्टि आईएएस ब्लॉग

RAS प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी में होने वाली सामान्य गलतियाँ

  • 03 Dec, 2024

राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) परीक्षा में राज्य के सबसे अधिक अभ्यर्थी भाग लेते हैं, जो प्रतिष्ठित प्रशासनिक भूमिकाओं के लिये मार्ग प्रशस्त करती है। RAS में भर्ती के लिये परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है - प्रारंभिक परीक्षा (प्रिलिम्स), मुख्य परीक्षा (मेन्स) और व्यक्तित्व परीक्षण (साक्षात्कार)। हर वर्ष, हज़ारों अभ्यर्थी RAS प्रारंभिक परीक्षा में प्रतिस्पर्द्धा करते हैं, परंतु कई लोग इस महत्त्वपूर्ण चरण में उत्तीर्ण होने के लिये संघर्ष करते हैं। इसका कारण सदैव ज्ञान की कमी नहीं होती है; यह प्रायः सामान्य तैयारी में कुछ गलतियों के कारण होता है।

राजस्थान की विशेष विषय-वस्तु को नज़रअंदाज़ करने से लेकर खराब समय प्रबंधन तक, ये गलतियाँ सबसे समर्पित अभ्यर्थी को भी दिशाभ्रमित कर सकती हैं। RAS/RTS प्रारंभिक परीक्षा में सफलता के लिये केवल कड़ी मेहनत से अधिक आवश्यकता स्मार्ट कार्यनीति, प्रभावी समय प्रबंधन और राजस्थान-विशिष्ट विषय-वस्तु पर ध्यान देने की होती है। चाहे आप RAS प्रारंभिक परीक्षा लाइव ऑनलाइन कोर्स, RAS प्रारंभिक परीक्षा टेस्ट सीरीज़ 2024 में नामांकित हों या स्व-अध्ययन कर रहे हों, इन सामान्य गलतियों को समझना और उनसे बचना आपको सफलता के मार्ग पर प्रशस्त कर सकता है। 

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पाठ्यक्रम संबंधी असावधानी  

  • RAS अभ्यर्थियों द्वारा की जाने वाली सामान्य गलतियों में से एक है RAS पाठ्यक्रम को UPSC पाठ्यक्रम के समान समझना। यद्यपि दोनों में समानताएँ हैं, फिर भी RAS में राजस्थान के इतिहास, संस्कृति, भूगोल और प्रशासनिक व्यवस्था पर विशेष रूप से प्रश्न पूछे जाते हैं, जिस पर UPSC में कम बल दिया जाता है।
  • समाधान
    • राजस्थान-विशिष्ट विषयों का अध्ययन करने के लिये समर्पित समय आवंटित करें। विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिये राजस्थान अध्ययन खंड और राज्य बोर्ड की पाठ्यपुस्तकों जैसी सामग्री पर ध्यान केंद्रित करें।
    • बार-बार आने वाले विषयों की पहचान के लिये विगत् वर्षों के RAS प्रश्न पत्रों का संदर्भ लें।
    • राजस्थान की नीतियों और विकास पर अद्यतन जानकारी के लिये समसामयिक घटनाओं से अपनी तैयारी को संपूरित करें।

राजस्थान संबंधी विशिष्ट विषय-वस्तु एवं समसामयिक घटनाओं की उपेक्षा  

  • RAS के लिये राजस्थान के इतिहास, भूगोल, संस्कृति और समसामयिक मामलों के गहन बोध की आवश्यकता होती है। कई अभ्यर्थी केवल राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समसामयिक मामलों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, राजस्थान के स्थानीय विकास के महत्त्व को भूल जाते हैं। प्रश्न प्रायः राज्य-स्तरीय समाचारों, नीतियों और योजनाओं से आते हैं।
  • समाधान 
    • मानक सामग्री पर ध्यान: राजस्थान संबंधी विशिष्ट पुस्तकों का अध्ययन करें तथा साथ ही राज्य सरकार की योजनाओं और नीतियों पर अद्यतन रहें।
  • दृष्टि स्रोत

नियमित रूप से मॉक टेस्ट का अभ्यास न करना और PYQ की उपेक्षा

  • कई अभ्यर्थी कम अंक मिलने या समय की कमी के भय से मॉक टेस्ट और PYQ पेपर से बचते हैं, परंतु वास्तविक परीक्षा के दौरान यह घातक सिद्ध हो सकता है। 
  • समाधान 
    • शीघ्र शुरुआत करें: प्रति सप्ताह एक टेस्ट से शुरुआत करें और धीरे-धीरे आवृत्ति बढ़ाएँ।  
    • गलतियों का विश्लेषण करें: गलतियों को समझने और कमज़ोर क्षेत्रों पर दोबारा गौर करने पर ध्यान केंद्रित करें। 
    • परीक्षा की परिस्थितियों को अनुरूपित करें: परीक्षा के प्रति मनोवृत्ति विकसित करने के लिये समयबद्ध वातावरण में फुल लेंथ टेस्ट दें। 

खराब समय प्रबंधन 

  • किसी एक विषय या मुद्दे पर बहुत अधिक समय खर्च करने से अन्य विषय छूट सकते हैं। 
  • समाधान 
    • अध्ययन योजना बनाएँ: समय को उनके महत्त्व के अनुसार विभाजित करें। कमज़ोर क्षेत्रों को प्राथमिकता दें परंतु अन्य क्षेत्रों को नज़रअंदाज़ भी न करें। 
    • 80-20 नियम का पालन करें: अपना 80% समय उच्च-उपज वाले विषयों पर और 20% विशिष्ट क्षेत्रों पर केंद्रित करें। पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़े और अनावश्यक रूप से विषय की गहराई में उतरने से बचे।
    • समयबद्ध अध्ययन सत्र का पालन करें: उत्पादक बने रहने के लिये पोमोडोरो (25 मिनट अध्ययन, 5 मिनट ब्रेक) जैसी तकनीकों का उपयोग करें। 
    • ऑनलाइन कोर्स: RAS प्रिलिम्स लाइव ऑनलाइन कोर्स को विशेष रूप से प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये डिज़ाइन किया गया है जो आपको प्राथमिकता और कुशल नियोजन जैसी तकनीकें सिखा सकता है। दृष्टि PCS जैसे प्लेटफॉर्म दोहरी ज़िम्मेदारियों को संभालने वाले अभ्यर्थियों के लिये  अनुरूप कार्यक्रम दृष्टि RAS ऑनलाइन कोर्स प्रदान करते हैं।

निरंतरता का अभाव 

  • उत्साह के साथ शुरुआत करना परंतु बीच में ही तयारी छोड़ देना एक सामान्य समस्या है। 
  • समाधान 
    • प्राप्त करने योग्य लक्ष्य निर्धारित करें: अपनी तैयारी को दैनिक, साप्ताहिक और मासिक लक्ष्यों में विभाजित करें। 
    • प्रेरित रहें: अध्ययन समूहों में सम्मिलित हों, सफल अभ्यर्थियों की यात्रा का अनुसरण करें और छोटी-छोटी जीत का जश्न मनाएँ।  
    • थकान से बचें: तरोताज़ा और प्रेरित रहने के लिये पढ़ाई और अवकाश गतिविधियों में संतुलन बनाए रखें। 

 पुनरीक्षण की उपेक्षा 

  • कई अभ्यर्थी पाठ्यक्रम पूरा करने पर बहुत अधिक ध्यान देते हैं और उसके पुनरीक्षण पर ध्यान नहीं देते हैं। 
  • समाधान 
    • पुनरीक्षण नोट्स बनाएँ: बाद में समय बचाने के लिये तैयारी के दौरान संक्षिप्त नोट्स लिखें। 
    • नियमित रूप से  पुनरीक्षण करें: आपने जो सीखा है उसे याद रखने हेतु पुनरीक्षण के लिये विशिष्ट दिन आवंटित करें। दृष्टि PCS के करेंट अफेयर मंथली कंसोलिडेशन से सहायता ले सकते हैं।
    • फ्लैशकार्ड का उपयोग करें: तथ्यों, तिथियों और मुख्य बिंदुओं के त्वरित पुनरीक्षण के लिये फ्लैशकार्ड का उपयोग करें। 

गुणवत्ता से अधिक मात्रा पर ध्यान केंद्रण 

  • अवधारणा को पूरी तरह समझे या याद रखे बिना कई स्रोतों से अध्ययन करने का प्रयास करना। 
  • समाधान 
    • प्रत्येक विषय के लिये  NCERT, राजस्थान सामान्य अध्ययन संबंधी पुस्तकें और दृष्टि पुस्तकें: RAS सीरीज़ जैसे सीमित और विश्वसनीय संसाधन को चुनें। मात्रा से ज़्यादा गुणवत्ता मायने रखती है।
    • विभिन्न स्रोतों से पढ़ने के बजाय एक ही सामग्री को बार-बार पढ़े।  

परीक्षा की कार्यनीति न बनाना 

  • परीक्षा के दौरान कार्यनीति के अभाव के कारण या तो अधिक प्रश्नों का हल करने का प्रयास किया जाता है या फिर आसान प्रश्नों को छोड़ दिया जाता है। 
  • समाधान 
    • नकारात्मक अंकन को समझें: केवल उन्हीं प्रश्नों को हल करने का प्रयास करें जिनके विषय में आप आश्वस्त हों। 
    • समय आवंटन: अपना समय विभिन्न खंडों में समान रूप से विभाजित करें। 
    • तीन-चरणीय दृष्टिकोण अपनाएँ: पहले आसान प्रश्नों को हल करें फिर मध्यम स्तर के प्रश्नों को हल करें और यदि समय हो तो अंत में कठिन प्रश्नों को हल करें।  

गणित और तर्क भाग की उपेक्षा

  • RAS के अभ्यर्थियों की एक बड़ी संख्या प्रारंभिक परीक्षा में सीसैट-प्रकार के प्रश्नों के महत्त्व को कम आंकती है। अभिवृत्ति, तर्कक्षमता, मात्रात्मक क्षमता और कॉम्प्रिहेंशन से युक्त इस खंड को प्रायः अनदेखा कर दिया जाता है क्योंकि अभ्यर्थी सामान्य अध्ययन या राजस्थान संबंधी विशिष्ट विषय-वस्तु को प्राथमिकता देते हैं।
  • समाधान
    • संक्षिप्त रीति  और कार्यनीतियों पर ध्यान दें: मात्रात्मक समस्याओं को हल करने के लिये समय बचाने वाली तकनीकें सीखें। तर्क और बोध के प्रश्नों को कुशलतापूर्वक हल करने के तरीके विकसित करें।
    • बुनियादी बातों को दोहराएँ: बुनियादी गणित और तर्कक्षमता संबंधी अवधारणाओं के अपने बोध को सुदृढ़ करें। प्रतिशत, अनुपात और न्यायवाक्य जैसे विषयों से परीक्षा में अक्सर प्रश्न पूछे जाते हैं।
    • निरंतरता महत्त्वपूर्ण है: गणित और तर्कक्षमता की तैयारी अंतिम समय में करने से बचें; अच्छे प्रदर्शन के लिये नियमित अभ्यास की आवश्यकता होती है।

स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन की उपेक्षा  

  • शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की परवाह किये बिना रात-रात भर जागना हानिकारक हो सकता है। 
  • समाधान 
    • नियमित दिनचर्या बनाए रखें: पर्याप्त आराम सुनिश्चित करने के लिये सोने और जागने का समय निश्चित करें। 
    • प्रतिदिन व्यायाम करें: पैदल चलना, योग या ध्यान जैसी शारीरिक गतिविधियाँ स्वास्थ्य और समय प्रबंधन में सहायक सिद्ध हो सकती है। 
    • सकारात्मक रहें: अपने प्रयासों पर विश्वास रखें और संतुलित दृष्टिकोण रखकर अनावश्यक तनाव से बचें। 

निष्कर्ष 

RAS प्रारंभिक परीक्षा केवल ज्ञान की परीक्षा नहीं है, बल्कि कार्यनीति, धीरज और समय प्रबंधन की भी परीक्षा है। इस अत्यधिक प्रतिस्पर्द्धी परीक्षा में सफलता पाने के लिये अभ्यर्थियों को सामान्य गलतियों से बचना होगा तथा स्मार्ट, निरंतर तैयारी पर ध्यान केंद्रित करना होगा। मात्रा से अधिक गुणवत्ता को प्राथमिकता देकर, कार्यनीतिक दृष्टिकोण बनाए रखकर एवं नियमित रूप से पुनरीक्षण और टेस्ट देने पर बल देकर, आप अपनी सफलता की संभावनाओं में वृद्धि कर सकते हैं। 

लक्षित संसाधनों को सम्मिलित करने से आपकी तैयारी को सुव्यवस्थित करने के लिये एक संरचित मार्ग मिल सकता है। याद रखें, स्मार्ट वर्क - अनुशासित प्रयास द्वारा पूरक - इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने की अंतिम कुंजी है। 

निरंतर प्रयास करते रहें, व्यवस्थित रूप से योजना बनाएँ और अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखें।


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