उत्तराखंड Switch to English
प्रोजेक्ट एलीफेंट की संचालन समिति की बैठक
चर्चा में क्यों?
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में देहरादून स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी (IGNFA) में आयोजित प्रोजेक्ट एलीफेंट की 21वीं संचालन समिति की बैठक में मानव-हाथी संघर्ष जैसे महत्त्वपूर्ण मुद्दे के समाधान पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- बैठक में संघर्ष प्रबंधन हेतु कार्य योजनाओं सहित चल रही पहलों की समीक्षा की गई तथा संरक्षण प्रयासों में स्थानीय समुदायों की भागीदारी पर ज़ोर दिया गया।
मुख्य बिंदु
- हाथी के बारे में:
- हाथी भारत का प्राकृतिक विरासत पशु है।
- इन्हें "कीस्टोन प्रजाति" माना जाता है, क्योंकि ये वन पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन तथा स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- ये अपनी असाधारण बुद्धि के लिये प्रसिद्ध हैं तथा इनका मस्तिष्क किसी भी स्थलीय प्राणी की तुलना में सबसे बड़ा होता है।
- भारतीय हाथी (Elephas maximus) मध्य एवं दक्षिणी पश्चिमी घाट, पूर्वोत्तर भारत, पूर्वी भारत, उत्तरी भारत तथा दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के कुछ क्षेत्रों में पाया जाता है।
- इसे भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची-I में तथा वनस्पतियों और जीवों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (CITES) के परिशिष्ट-I में शामिल किया गया है।
- एशियाई हाथियों (भारतीय) को आवास क्षति, मानव-हाथी संघर्ष तथा अवैध शिकार के कारण IUCN रेड लिस्ट में लुप्तप्राय के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
- प्रोजेक्ट एलीफेंट:
- प्रोजेक्ट एलीफेंट को भारत सरकार द्वारा वर्ष 1992 में एक केंद्र प्रायोजित योजना के रूप में निम्नलिखित उद्देश्यों के साथ प्रारंभ किया गया था:
- हाथियों, उनके आवास तथा गलियारों की सुरक्षा करना
- मानव-हाथी संघर्ष के मुद्दों का समाधान करना
- बंदी हाथियों का कल्याण सुनिश्चित करना
- पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय इस योजना के अंतर्गत देश के प्रमुख हाथी क्षेत्रों वाले राज्यों को वित्तीय एवं तकनीकी सहायता प्रदान करता है।
- प्रोजेक्ट एलीफेंट को भारत सरकार द्वारा वर्ष 1992 में एक केंद्र प्रायोजित योजना के रूप में निम्नलिखित उद्देश्यों के साथ प्रारंभ किया गया था:
- शिवालिक हाथी रिज़र्व, उत्तराखंड:
- इसकी स्थापना वर्ष 2002 में प्रोजेक्ट एलीफेंट पहल के एक भाग के रूप में की गई थी।
- यह भारत के हाथियों के सर्वाधिक घनत्व वाले क्षेत्रों में से एक है।
- इस रिज़र्व में राजाजी राष्ट्रीय उद्यान, कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व तथा सोनानदी वन्यजीव अभयारण्य सहित अनेक संरक्षित क्षेत्र सम्मिलित हैं।
नोट:
- विश्व हाथी दिवस प्रतिवर्ष 12 अगस्त को मनाया जाता है ताकि जंगलों में एशियाई तथा अफ्रीकी हाथियों की संरक्षण स्थिति और उनके समक्ष उपस्थित चुनौतियों के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके।
- वर्ष 2025 में यह समारोह कोयंबटूर, तमिलनाडु में आयोजित किया जाएगा, जहाँ हाथी संरक्षण में योगदान के लिये प्रतिष्ठित 'गज गौरव' पुरस्कार भी प्रदान किये जाएंगे।

