उत्तर प्रदेश Switch to English
अजय साहनी को राष्ट्रपति वीरता पदक
चर्चा में क्यों?
52 मुठभेड़ों का नेतृत्व करने वाले वरिष्ठ IPS अधिकारी अजय कुमार साहनी को उनके करियर में तीसरी बार वीरता के लिये राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया है।
- उत्तर प्रदेश कैडर के वर्ष 2009 बैच के अधिकारी साहनी को गणतंत्र दिवस (26 जनवरी 2020) पर मेरठ में एक उच्च-जोखिम वाले ऑपरेशन के दौरान उनके असाधारण साहस के लिये राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया।
मुख्य बिंदु
- वीरता पुरस्कार के बारे में:
- ये पुरस्कार कार्मिकों को कर्त्तव्य के दौरान अदम्य साहस, अद्वितीय बहादुरी तथा व्यक्तिगत सुरक्षा की पूर्ण उपेक्षा के लिये दिये जाते हैं।
- इन वीरता पुरस्कारों की घोषणा वर्ष में दो बार की जाती है, पहले गणतंत्र दिवस के अवसर पर और फिर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर।
- प्रकार:
- शत्रु के विरुद्ध कार्रवाई संबंधी वीरता पुरस्कार:
- परम वीर चक्र (PVC): विशिष्ट वीरता के लिये
- महावीर चक्र (MVC): वीरता के कार्यों के लिये
- वीर चक्र: साहसिक कार्यों के लिये
- शत्रु के विरुद्ध कार्रवाई संबंधी वीरता पुरस्कार:
- शत्रु के विरुद्ध कार्रवाई के अलावा अन्य वीरता पुरस्कार:
- इसमें अशोक चक्र , कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र शामिल हैं।
- पुरस्कारों का वरीयता क्रम:
- परमवीर चक्र
- अशोक चक्र
- महावीर चक्र
- कीर्ति चक्र
- वीर चक्र
- शौर्य चक्र
मध्य प्रदेश Switch to English
विश्व अंगदान दिवस
चर्चा में क्यों?
अंगदान के जीवन-रक्षक प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये 13 अगस्त, 2025 को विश्व अंगदान दिवस मनाया गया।
मुख्य बिंदु
- विश्व अंगदान दिवस के बारे में:
- विश्व अंगदान दिवस अंग दाताओं और उनके परिवारों के निस्वार्थ योगदान का सम्मान करता है तथा अधिक सार्वजनिक भागीदारी की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डालता है।
- उद्देश्य:
- विश्व अंगदान दिवस का उद्देश्य अंगदान के बारे में जागरूकता बढ़ाना, प्रत्यारोपण के लिये अंगों की गंभीर कमी को उजागर करना, अंग दाताओं के रूप में प्रतिज्ञा को प्रोत्साहित करना तथा जीवन-रक्षक प्रत्यारोपण को सक्षम करने के लिये दाताओं और उनके परिवारों को श्रद्धांजलि अर्पित करना है।
- वर्ष 2025 के लिये थीम:
- इस वर्ष का थीम "आह्वान का उत्तर देना" है, जैसा कि अंगदान और प्रत्यारोपण गठबंधन द्वारा निर्धारित किया गया है।
- यह इस क्षेत्र में स्वास्थ्य-देखभाल पेशेवरों के महत्त्वपूर्ण योगदान को मान्यता देता है, साथ ही अंगदान में अधिक-से-अधिक सार्वजनिक भागीदारी को प्रोत्साहित करता है।
- इस वर्ष का थीम "आह्वान का उत्तर देना" है, जैसा कि अंगदान और प्रत्यारोपण गठबंधन द्वारा निर्धारित किया गया है।
- वर्तमान आँकड़े:
- यूनाइटेड नेटवर्क फॉर ऑर्गन शेयरिंग (UNOS) के अनुसार, दुनिया भर में 1,03,993 से अधिक लोग अंग प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
- अंग प्रत्यारोपण का इतिहास:
- विश्व का पहला सफल अंग प्रत्यारोपण वर्ष 1954 में हुआ, जब रोनाल्ड ली हेरिक ने अपने जुड़वाँ भाई को किडनी दान की।
- अग्रणी शल्य-चिकित्सक डॉ. जोसेफ मरे को अंग प्रत्यारोपण के क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व कार्य के लिये वर्ष 1990 में फिज़ियोलॉजी या चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार मिला।
- भारत में राष्ट्रीय अंग दिवस:
- प्रारंभ में (वर्ष 2010 से) भारत में राष्ट्रीय अंगदान दिवस 27 नवंबर को मनाया जाता था, लेकिन भारत के पहले सफल मृतक दाता हृदय प्रत्यारोपण के उपलक्ष्य में वर्ष 2023 में इसे 3 अगस्त को स्थानांतरित कर दिया गया। यह प्रत्यारोपण वर्ष 1994 में हुआ था।
राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO)
- स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत NOTTO की स्थापना मानव अंग प्रत्यारोपण (संशोधन) अधिनियम, 2011 के अनुसार की गई थी।
- इसका राष्ट्रीय नेटवर्क प्रभाग भारत में अंग और ऊतक दान व प्रत्यारोपण की रजिस्ट्री के समन्वय, क्रय, वितरण और रखरखाव के लिये शीर्ष केंद्र के रूप में कार्य करता है।
- क्षेत्रीय और राज्य स्तर पर नेटवर्क को सशक्त बनाने के लिये 5 क्षेत्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (ROTTO) तथा 14 राज्य अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (SOTTO) स्थापित किये गए हैं।
राजस्थान Switch to English
पीएम स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम-श्री) योजना
चर्चा में क्यों?
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की एक टीम ने प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (PM-श्री) योजना के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिये जैसलमेर के विभिन्न स्कूलों का दौरा किया।
- टीम का उद्देश्य PM-श्री योजना के ज़मीनी स्तर पर कार्यान्वयन का आकलन करना, हितधारकों और लाभार्थियों के साथ जुड़ना, अच्छे तरीकों की पहचान करना, क्षेत्रीय चुनौतियों का समाधान करना और योजना की प्रभावशीलता बढ़ाने के लिये साक्ष्य-आधारित दस्तावेज़ीकरण के लिये इनपुट एकत्र करना था।
मुख्य बिंदु
पीएम श्री योजना के बारे में:
- शुरुआत: 7 सितंबर, 2022 (केंद्र प्रायोजित योजना)।
- योजना की अवधि: वर्ष 2022-23 से वर्ष 2026-27 तक।
- कवरेज: केंद्र, राज्य, केंद्रशासित प्रदेश सरकारों और स्थानीय निकायों द्वारा प्रबंधित 14,500 से अधिक मौजूदा स्कूलों का विकास।
- उद्देश्य: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के कार्यान्वयन को प्रदर्शित करना और आसपास के संस्थानों को सलाह देते हुए मॉडल स्कूल के रूप में कार्य करना।
- वित्तपोषण पैटर्न:
- केंद्र और विधानमंडल वाले राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों (जम्मू-कश्मीर को छोड़कर) के बीच 60:40 का अनुपात।
- पूर्वोत्तर और हिमालयी राज्यों तथा जम्मू-कश्मीर के लिये 90:10।
- विधानमंडल रहित केंद्रशासित प्रदेशों के लिये 100%।
- PM-श्री स्कूलों की मुख्य विशेषताएँ:
- संचार, सहयोग और आलोचनात्मक सोच सहित समग्र छात्र विकास पर ध्यान।
- अनुभवात्मक, पूछताछ-आधारित और शिक्षार्थी-केंद्रित शिक्षण विधियाँ।
प्रयोगशालाएँ, पुस्तकालय, कला कक्ष और हरित पहल (जल संरक्षण, अपशिष्ट पुनर्चक्रण) जैसी आधुनिक सुविधाएँ। - स्मार्ट क्लासरूम, कंप्यूटर लैब, एकीकृत विज्ञान लैब और अटल टिंकरिंग लैब जैसी सर्वोत्तम सुविधाएँ।
- वास्तविक जीवन के शिक्षण परिणामों को प्राथमिकता देने वाला योग्यता-आधारित मूल्यांकन।