मध्य प्रदेश
विश्व अंगदान दिवस
- 16 Aug 2025
- 19 min read
चर्चा में क्यों?
अंगदान के जीवन-रक्षक प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये 13 अगस्त, 2025 को विश्व अंगदान दिवस मनाया गया।
मुख्य बिंदु
- विश्व अंगदान दिवस के बारे में:
- विश्व अंगदान दिवस अंग दाताओं और उनके परिवारों के निस्वार्थ योगदान का सम्मान करता है तथा अधिक सार्वजनिक भागीदारी की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डालता है।
- उद्देश्य:
- विश्व अंगदान दिवस का उद्देश्य अंगदान के बारे में जागरूकता बढ़ाना, प्रत्यारोपण के लिये अंगों की गंभीर कमी को उजागर करना, अंग दाताओं के रूप में प्रतिज्ञा को प्रोत्साहित करना तथा जीवन-रक्षक प्रत्यारोपण को सक्षम करने के लिये दाताओं और उनके परिवारों को श्रद्धांजलि अर्पित करना है।
- वर्ष 2025 के लिये थीम:
- इस वर्ष का थीम "आह्वान का उत्तर देना" है, जैसा कि अंगदान और प्रत्यारोपण गठबंधन द्वारा निर्धारित किया गया है।
- यह इस क्षेत्र में स्वास्थ्य-देखभाल पेशेवरों के महत्त्वपूर्ण योगदान को मान्यता देता है, साथ ही अंगदान में अधिक-से-अधिक सार्वजनिक भागीदारी को प्रोत्साहित करता है।
- इस वर्ष का थीम "आह्वान का उत्तर देना" है, जैसा कि अंगदान और प्रत्यारोपण गठबंधन द्वारा निर्धारित किया गया है।
- वर्तमान आँकड़े:
- यूनाइटेड नेटवर्क फॉर ऑर्गन शेयरिंग (UNOS) के अनुसार, दुनिया भर में 1,03,993 से अधिक लोग अंग प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
- अंग प्रत्यारोपण का इतिहास:
- विश्व का पहला सफल अंग प्रत्यारोपण वर्ष 1954 में हुआ, जब रोनाल्ड ली हेरिक ने अपने जुड़वाँ भाई को किडनी दान की।
- अग्रणी शल्य-चिकित्सक डॉ. जोसेफ मरे को अंग प्रत्यारोपण के क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व कार्य के लिये वर्ष 1990 में फिज़ियोलॉजी या चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार मिला।
- भारत में राष्ट्रीय अंग दिवस:
- प्रारंभ में (वर्ष 2010 से) भारत में राष्ट्रीय अंगदान दिवस 27 नवंबर को मनाया जाता था, लेकिन भारत के पहले सफल मृतक दाता हृदय प्रत्यारोपण के उपलक्ष्य में वर्ष 2023 में इसे 3 अगस्त को स्थानांतरित कर दिया गया। यह प्रत्यारोपण वर्ष 1994 में हुआ था।
राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO)
- स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत NOTTO की स्थापना मानव अंग प्रत्यारोपण (संशोधन) अधिनियम, 2011 के अनुसार की गई थी।
- इसका राष्ट्रीय नेटवर्क प्रभाग भारत में अंग और ऊतक दान व प्रत्यारोपण की रजिस्ट्री के समन्वय, क्रय, वितरण और रखरखाव के लिये शीर्ष केंद्र के रूप में कार्य करता है।
- क्षेत्रीय और राज्य स्तर पर नेटवर्क को सशक्त बनाने के लिये 5 क्षेत्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (ROTTO) तथा 14 राज्य अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (SOTTO) स्थापित किये गए हैं।