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चतुर्थ वर्ष के UG छात्रों के लिये नया पाठ्यक्रम
चर्चा में क्यों?
आगामी सत्र के साथ, मध्य प्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग (DHE) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत अपना चौथा वर्ष शुरू करने वाले स्नातक छात्रों के लिये एक नया पाठ्यक्रम तैयार किया है।
मुख्य बिंदु:
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति को क्रियान्वित करने में मध्य प्रदेश भारत के अग्रणी राज्यों में से एक बन गया है।
- राज्य में स्नातक व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में 450,000 से अधिक छात्र चौथे वर्ष में प्रवेश के लिये आवेदन कर सकते हैं यदि उनके पास 7.5 या उससे अधिक CGPA है।
- DHE द्वारा विकसित नए पाठ्यक्रम के अनुसार, छात्र अनुसंधान परियोजनाओं के माध्यम से विभिन्न विषयों में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं।
- चार-वर्षीय कार्यक्रमों पर स्विच करना उन छात्रों के लिये लाभदायक होने का अनुमान है जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आगे अध्ययन करने की योजना बना रहे हैं क्योंकि यह विदेश में विशिष्ट स्नातक पाठ्यक्रमों के लिये प्रवेश मानदंडों से मेल खाता है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत की उभरती विकास आवश्यकताओं से निपटने का प्रयास करती है।
- यह भारत की सांस्कृतिक विरासत और मूल्यों का सम्मान करते हुए सतत् विकास लक्ष्य 4 (SDG4 4) सहित 21वीं सदी के शैक्षिक लक्ष्यों के साथ संरेखित एक आधुनिक प्रणाली स्थापित करने हेतु अपने नियमों एवं प्रबंध सहित शिक्षा प्रणाली के व्यापक बदलाव का आह्वान करता है।
- यह चौंतीस वर्ष पुरानी राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 1986, 1992 में संशोधित (NPE 1986/92) का स्थान लेती है।
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विश्व के सबसे बड़े फ्लोटिंग सोलर प्लांट को नुकसान
चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश के खंडवा ज़िले के ओंकारेश्वर बाँध पर स्थित विश्व के सबसे बड़े फ्लोटिंग सोलर प्लांट/संयंत्र को तूफान के कारण गंभीर क्षति हुई है।
मुख्य बिंदु:
- नर्मदा हाइड्रोइलेक्ट्रिक डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHDC) ने नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है, लेकिन उसे विश्वास है कि संयंत्र जल्द ही विद्युत उत्पादन फिर से शुरू कर देगा।
- नर्मदा हाइड्रोइलेक्ट्रिक डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHDC लिमिटेड) मध्य प्रदेश सरकार और नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHPC लिमिटेड) के बीच एक संयुक्त उद्यम है।
- ओंकारेश्वर बाँध के बैकवाटर पर निर्मित तैरती संरचना तैनाती के लिये पूरी तरह तैयार थी, जब हाल ही में गर्मियों के तूफान के दौरान 50 किमी. प्रति घंटे की तेज़ हवाओं ने इसे प्रभावित किया था।
- ओंकारेश्वर बाँध के बैकवाटर में केलवा खुर्द में 100 मेगावाट, इंदावाड़ी में 88 मेगावाट और खंडवा गाँव में 90 मेगावाट क्षमता के संयंत्र लगेंगे।
ओंकारेश्वर बाँध
- यह मध्य प्रदेश के खंडवा ज़िले में मांधाता के ठीक ऊपर नर्मदा नदी पर एक गुरुत्वाकर्षण बाँध है।
- इसका नाम अनुप्रवाह (Downstream) में स्थित ओंकारेश्वर मंदिर के नाम पर रखा गया है।
- बाँध का निर्माण वर्ष 2003 और 2007 के बीच 132,500 हेक्टेयर (327,000 एकड़) की सिंचाई के लिये जल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किया गया था।
- बाँध के आधार पर स्थित एक संबद्ध जल विद्युत ऊर्जा स्टेशन की स्थापित क्षमता 520 मेगावाट है।
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