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राजस्थान स्टेट पी.सी.एस.

  • 03 Oct 2022
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राजस्थान में 1.42 लाख करोड़ के 32 निवेश प्रस्तावों को मज़ूरी

चर्चा में क्यों?

2 अक्टूबर, 2022 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास पर बोर्ड ऑफ इन्वेस्टमेंट की तीसरी बैठक में राज्य में42 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश को प्रोत्साहन देने के लिये 32 परियोजनाओं को कस्टमाइज्ड पैकेज की मंज़ूरी दी।

प्रमुख बिंदु

  • मुख्यमंत्री ने बताया कि इंवेस्ट राजस्थान समिट की तैयारियों के लिये विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि यह समिट राज्य के औद्योगिक विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे राज्य में 32 हज़ार से अधिक लोगों के लिये रोज़गार के अवसर सृजित होंगे।
  • बैठक में अनुमोदित प्रस्तावों में प्रमुख रूप से अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में एज्योर पावर प्राइवेट लिमिटेड, रिन्यू पावर प्राइवेट लिमिटेड आदि, प्लास्टिक एवं ग्लास निर्माण में असाही इंडिया ग्लास लिमिटेड, इलेक्ट्रिक वाहन सेक्टर में हीरो इलेक्ट्रिक वाहन, ओकाया ईवी प्राइवेट लिमिटेड के अतिरिक्त कपड़ा, खान एवं खनिज, पूड एवं बेव्रेजेज, आतिथ्य, सीमेंट, ऑटो एवं ऑटो कंपोनेंट और कृषि एवं कृषि प्रसंस्करण की परियोजनाओं को बोर्ड द्वारा मंज़ूरी दी गई है।
  • मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने निवेश बढ़ाने के लिये अनेक महत्त्वपूर्ण नीतियों एवं कार्यक्रमों को लागू किया है, जैसे- राजस्थान में एमएसएमई नीति-2022, हस्तशिल्प नीति-2022, पर्यटन प्रोत्साहन नीति-2022, राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना (आरआईपीएस-2019), राजस्थान औद्योगिक विकास नीति-2019 एवं वन स्टॉप शॉप सिस्टम के माध्यम से निवेशकों को अनेक सुविधाएँ प्रदान की जा रही हैं।
  • राज्य सरकार की औद्योगिक नीतियों के चलते बड़ी अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के राज्य में औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित करने के प्रस्ताव लगातार मिल रहे हैं। इससे राजस्थान के औद्योगिक विकास को और मज़बूती मिलेगी।
  • मुख्यमंत्री गहलोत ने जैसलमेर संभाग में सीमेंट उद्योग के विकास की संभावनाओं के लिये अध्ययन के निर्देश दिये। उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र में सीमेंट उद्योग के लिये पर्याप्त कच्चा माल, जैसे- लाइमस्टोन आदि उपलब्ध हैं।

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राजस्थान में शांति एवं अहिंसा विभाग का गठन

चर्चा में क्यों?

1 अक्टूबर, 2022 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा निदेशालय को विभाग बनाने की घोषणा के बाद राज्य केबिनेट में लिये गए शांति एवं अहिंसा विभाग का गठन के प्रस्ताव को राज्यपाल कलराज मिश्र ने मंज़ूरी प्रदान कर दी है।

प्रमुख बिंदु

  • शांति एवं अहिंसा विभाग के ज़रिये शांति और अहिंसा के विचारों का प्रचार-प्रसार, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, विभिन्न महापुरुषों, वीर शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों, शांति और सद्भाव, सामाजिक एकता से संबंधित विभिन्न प्रदर्शनियों, प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इन कायक्रमों के आयोजन के लिये समग्र योजना तैयार कर वित्तीय व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
  • साथ ही, विभाग द्वारा महात्मा गांधी के विचारों एवं सिद्धातों पर आधारित शांति और अहिंसा, साम्प्रदायिक एकता, सामाजिक समानता, सार्वभौमिक भाईचारा, अस्पृश्यता, सामाजिक सुधार से संबंधित प्रस्ताव तैयार कर उनके क्रियान्वयन के लिये उचित कदम उठाए जाएंगे।
  • विभाग द्वारा गांधी सद्भावना सम्मान जैसे विभिन्न पुरस्कारों के लिये, प्राप्त प्रस्तावों के लिये समिति का गठन भी किया जाएगा।          

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