उत्तराखंड
विश्व अस्थमा दिवस 2025
- 06 May 2025
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चर्चा में क्यों?
अस्थमा की स्थिति तथा इससे उत्पन्न होने वाले स्वास्थ्य खतरों के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से विश्व अस्थमा दिवस हर वर्ष मई माह के दूसरे मंगलवार को मनाया जाता है।
मुख्य बिंदु
- विश्व अस्थमा दिवस 2025:
- वर्ष 2025 में यह दिवस मंगलवार, 6 मई को मनाया गया, जिसकी थीम है “श्वसन उपचार को सभी के लिये सुलभ बनाना।”
- इस थीम में रोग प्रबंधन एवं आपातकालीन देखभाल दोनों के लिये श्वास द्वारा दी जाने वाली दवाओं की व्यापक उपलब्धता पर ज़ोर दिया गया है।
- अस्थमा के बारे में:
- अस्थमा एक दीर्घकालिक श्वसन रोग है, जिसमें व्यक्ति के श्वसन नलिकाओं में सूजन और संकुचन हो जाता है, जिससे अधिक बलगम बनता है और साँस लेना कठिन हो जाता है।
- राष्ट्रीय हृदय, फेफड़े और रक्त संस्थान (NHLBI) अस्थमा को एक ऐसी स्थिति के रूप में परिभाषित करता है, जो घरघराहट, साँस फूलना, सीने में जकड़न और खाँसी की बार-बार होने वाली समस्या का कारण बन सकती है।
- वैश्विक स्थिति:
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया भर में 250 मिलियन से अधिक लोग अस्थमा से पीड़ित हैं।
- वर्ष 2019 में अस्थमा के कारण विश्व भर में लगभग 4,55,000 लोगों की मृत्यु हुई, जो बेहतर रोग नियंत्रण और उपचार सुविधाओं तक सुलभ पहुँच की तत्काल आवश्यकता को दर्शाता है।
- इतिहास और उत्पत्ति:
- अस्थमा के लिये वैश्विक पहल (GINA) ने वर्ष 1998 में बार्सिलोना, स्पेन में विश्व अस्थमा बैठक के दौरान 35 देशों की भागीदारी के साथ पहला विश्व अस्थमा दिवस मनाया था।
- तब से यह आयोजन वैश्विक स्तर पर फैल चुका है और आज इसे अस्थमा की शिक्षा और जागरूकता के सबसे महत्त्वपूर्ण दिवसों में से एक माना जाता है।