राजस्थान
राज्य पर्यटन मंत्रियों की बैठक
- 17 Oct 2025
- 18 min read
चर्चा में क्यों?
पर्यटन मंत्रालय ने 14-15 अक्तूबर, 2025 को उदयपुर में दो दिवसीय राज्य पर्यटन मंत्रियों की बैठक सफलतापूर्वक संपन्न की।
मुख्य बिंदु
- परिचय: इस कार्यक्रम में सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पर्यटन मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी एकत्रित हुए, ताकि भारत के पर्यटन परिदृश्य को सामूहिक रूप से पुनः आकार दिया जा सके।
- महत्त्व: यह बैठक प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण “एक राज्य: एक वैश्विक गंतव्य” को आगे बढ़ाने में एक महत्त्वपूर्ण कदम थी। यह पहल केंद्रीय बजट 2025-26 में घोषित की गई थी, जिसका उद्देश्य प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश में कम-से-कम एक वैश्विक मानक का पर्यटन स्थल विकसित करना है, जो विकसित भारत रोडमैप का हिस्सा है।
- चयन मानदंड: इसमें पहुँच, मौजूदा बुनियादी ढाँचा, धारण क्षमता और समग्र विकास क्षमता शामिल हैं।
- महत्त्व: यह बैठक प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण “एक राज्य: एक वैश्विक गंतव्य” को आगे बढ़ाने में एक महत्त्वपूर्ण कदम थी। यह पहल केंद्रीय बजट 2025-26 में घोषित की गई थी, जिसका उद्देश्य प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश में कम-से-कम एक वैश्विक मानक का पर्यटन स्थल विकसित करना है, जो विकसित भारत रोडमैप का हिस्सा है।
- हितधारक परामर्श: दो दिवसीय बैठक में मुख्य रूप से दो रणनीतियों पर चर्चा हुई: गंतव्य विकास (Destination Development) और गंतव्य प्रबंधन (Destination Management)।
- राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने राष्ट्रीय पर्यटन परिवर्तन एजेंडा के अनुरूप प्रतिष्ठित गंतव्यों के विकास के लिये प्रस्ताव प्रस्तुत किये:
- 50 गंतव्य विकास: निजी क्षेत्र द्वारा संचालित पर्यटन हबों पर ध्यान केंद्रित।
- प्रदर्शन आधारित प्रोत्साहन (PLI): गंतव्य प्रबंधन में उच्च मानकों को प्रोत्साहित और पुरस्कृत करने के लिये PLI आधारित डेस्टिनेशन मैच्युरिटी मॉडल की शुरुआत।
- राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने राष्ट्रीय पर्यटन परिवर्तन एजेंडा के अनुरूप प्रतिष्ठित गंतव्यों के विकास के लिये प्रस्ताव प्रस्तुत किये:
- क्षेत्रीय प्रस्तुतियाँ: प्रत्येक राज्य/केंद्रशासित प्रदेश ने एक संभावित गंतव्य को वैश्विक पर्यटन हब के रूप में विकसित करने हेतु प्रस्तुत किया। उदाहरण के लिये, राजस्थान ने जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर और भरतपुर जैसे गंतव्यों का प्रस्ताव दिया, जिसमें कनेक्टिविटी, बुनियादी ढाँचे की तैयारियों तथा अनुमानित परिणामों पर विस्तृत प्रस्तुतियाँ शामिल थीं।
- एकीकृत पर्यटन प्रचार योजना के प्रारूप मार्गदर्शक: बैठक में एकीकृत पर्यटन प्रचार योजना के प्रारूप मार्गदर्शक पर भी विशेष चर्चा हुई, जिसका उद्देश्य भारत को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाज़ारों में एक समग्र पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करना है।
- केंद्र सरकार "डिजिटल और ग्रीन (DG) टूरिज़्म पॉलिसी" भी तैयार कर रही है, जिसमें सभी राज्यों से सुझाव लेकर सतत् तथा नवाचारपूर्ण पर्यटन विकास के लिये एक एकीकृत राष्ट्रीय ढाँचा तैयार किया जाएगा।