उत्तर प्रदेश
नीति आयोग ने जारी की रिपोर्ट : गरीबी कम करने में उत्तर प्रदेश सभी राज्यों में अव्वल
- 19 Jul 2023
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चर्चा में क्यों?
17 जुलाई, 2023 को नीति आयोग ने सभी राज्यों की प्रगति के संबंध में मल्टीडाइमेंशनल पावर्टी इंडेक्स-2023 की नवीनतम रिपोर्ट जारी की, जिसमें उत्तर प्रदेश गरीबों की संख्या घटाने के मामले में पूरे देश में अव्वल रहा है।
प्रमुख बिंदु
- मल्टीडाइमेंशनल पावर्टी इंडेक्स-2023 की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार पूरे देश में गरीबी का प्रतिशत 24.85 से घटकर 14.96 प्रतिशत हो गया है। बहुस्तरीय गरीबी में शिक्षा स्वास्थ्य व जीवन स्तर के मानक भी शामिल हैं।
 - उत्तर प्रदेश में 3 करोड़ 42 लाख 72 हज़ार 484 लोग बहुस्तरीय गरीबी से बाहर आ गए हैं। इस कारण 2015-16 के मुकाबले 2019-21 में राज्य में कुल आबादी में गरीबों का प्रतिशत 37.68 से घटकर 22.93 हो गया है।
 - इसके बाद बिहार, मध्य प्रदेश, उड़ीसा व राजस्थान गरीबी दूर करने में प्रमुख राज्य रहे हैं।
 - बहुस्तरीय मानक पर गरीबों की संख्या प्रतिशत में :
 
| 
 गरीबी के मानक  | 
 वर्ष 2015-16  | 
 वर्ष 2019-21  | 
| 
 पोषण  | 
 30.40  | 
 18.45  | 
| 
 शिशु मृत्यु दर  | 
 3.81  | 
 2.20  | 
| 
 मातृ स्वास्थ्य  | 
 25.20  | 
 15.97  | 
| 
 स्कूल उपस्थिति  | 
 9.96  | 
 7.62  | 
| 
 ईंधन  | 
 34.24  | 
 17.95  | 
| 
 सफाई  | 
 31.74  | 
 11.91  | 
| 
 पेयजल  | 
 2.09  | 
 0.93  | 
| 
 बिजली  | 
 18.34  | 
 4.98  | 
| 
 आवास  | 
 33.35  | 
 19.56  | 
| 
 संपत्ति  | 
 8.86  | 
 4.22  | 
| 
 बैंक खाते  | 
 4.8  | 
 2.96  | 
- गरीबी में कमी वाले उत्तर प्रदेश के दस ज़िले:
 
| 
 ज़िले  | 
 आई कमी (प्रतिशत में)  | 
| 
 महाराजगंज  | 
 -29.64  | 
| 
 गोंडा  | 
 -29.55  | 
| 
 बलरामपुर  | 
 -27.90  | 
| 
 कौशांबी  | 
 -25.75  | 
| 
 खीरी  | 
 -25.23  | 
| 
 श्रावस्ती  | 
 -24.42  | 
| 
 जौनपुर  | 
 -24.65  | 
| 
 बस्ती  | 
 -23.36  | 
| 
 गाजीपुर  | 
 -22.83  | 
| 
 कुशीनगर  | 
 -22.28  | 
| 
 चित्रकूट  | 
 -21.40  |