उत्तर प्रदेश
लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन के 100 वर्ष पूरे
- 07 Aug 2025
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चर्चा में क्यों?
1 अगस्त 2025 को लखनऊ स्थित चारबाग रेलवे स्टेशन ने अपने 100 वर्ष पूरे कर लिये। इसकी विशिष्ट वास्तुकला और ऐतिहासिक विरासत लखनऊ की अलग पहचान का प्रतीक हैं।
मुख्य बिंदु
- इतिहास और वास्तुकला:
- चारबाग रेलवे स्टेशन का निर्माण मुगल, राजस्थानी और अंग्रेज़ी स्थापत्य का सुंदर संगम है।
- इसकी आधारशिला वर्ष 1914 में बिशप जॉर्ज हर्बर्ट द्वारा रखी गई थी तथा निर्माण कार्य वर्ष 1923 में पूर्ण हुआ।
- इस भवन को J.H. हॉर्निमैन द्वारा भारतीय-अंग्रेज़ स्थापत्य शैली के समन्वय से निर्मित किया गया था।
- 1 अगस्त 1925 को ईस्ट इंडिया रेलवे के एजेंट सी.एल. कॉल्विन ने इसी भवन के बुर्ज के भीतर एक स्मृति-पेटिका (casket) स्थापित की, जिसमें उस समय का एक सिक्का और एक समाचार-पत्र रखा गया। यह भवन की नींव पूर्ण होने की स्मृति के रूप में किया गया था।
- स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका:
- चारबाग स्टेशन स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और मौलाना आज़ाद जैसे प्रमुख नेताओं के आगमन का साक्षी रहा है।
- ऐसा माना जाता है कि गांधी जी और नेहरू के बीच पहली औपचारिक मुलाकात (26 दिसंबर 1916) इसी स्टेशन पर हुई थी, जिससे यह एक महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल बन गया।