उत्तर प्रदेश
पहला आधिकारिक माघ मेला लोगो लॉन्च
- 13 Dec 2025
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चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज में प्रत्येक वर्ष में लगने वाले सदियों पुराने माघ मेले का पहला आधिकारिक लोगो जारी किया है।
प्रमुख बिंदु
- आयोजन का संदर्भ: 45 दिनों का माघ मेला जनवरी में शुरू होता है और संगम में पवित्र स्नान करने के लिये भारत एवं विश्व भर से श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
- सरकारी पहल: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और प्रयागराज को पुनर्जीवित करने के व्यापक प्रयासों के तहत लोगो का अनावरण किया।
- आध्यात्मिक महत्त्व: लोगो माघ मेले की प्रमुख आध्यात्मिक प्रथाओं जैसे कि जप, तपस्या, दान, पवित्र स्नान और कल्पवास को दर्शाता है।
- खगोलीय डिजाइन: इस डिज़ाइन में सात ऊर्जा चक्र, सूर्य, चंद्रमा की 14 कला और 27 नक्षत्रों में चंद्रमा की गति के संदर्भ शामिल हैं, जो हिंदू ज्योतिषीय गणनाओं के अनुरूप हैं।
- पवित्र प्रतीक: प्रमुख तत्वों में मोक्ष का प्रतीक अक्षयवट वृक्ष, लेटे हुए हनुमान मंदिर, सनातन ध्वज और संगम पर तीर्थराज प्रयाग शामिल हैं।
- ज्योतिषीय आधार: माघ मेला तब आयोजित किया जाता है जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है और अनुष्ठान की तिथियाँ सटीक चंद्र चक्रों द्वारा निर्धारित की जाती हैं, विशेष रूप से अमावस्या से पूर्णिमा तक।
- सांस्कृतिक संदेश: लोगो पर अंकित एक संस्कृत श्लोक इस मान्यता को व्यक्त करता है कि माघ महीने में स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं।
- पारिस्थितिक तत्व: लोगो में साइबेरियाई पक्षियों को दर्शाया गया है जो प्रत्येक शीतकाल में संगम क्षेत्र में प्रवास करते हैं, जिससे पर्यावरणीय सामंजस्य पर प्रकाश डाला गया है ।
- डिज़ाइन एवं स्वीकृति: प्रयागराज मेला प्राधिकरण के सलाहकारों द्वारा लोगो की अवधारणा तैयार की गई थी और मुख्यमंत्री की औपचारिक स्वीकृति के साथ इसका अनावरण किया गया।
