राजस्थान
अभ्यास इंद्र-2025
- 10 Oct 2025
- 16 min read
चर्चा में क्यों?
भारत और रूस के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘इंद्र 2025’ का आयोजन 6 से 15 अक्तूबर, 2025 तक महाजन फील्ड फायरिंग रेंज, बीकानेर (राजस्थान) में किया जा रहा है।
मुख्य बिंदु
- उद्देश्य: इस वर्ष के अभ्यास का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद-रोधी अभियानों पर ज़ोर देना है। यह भारत और रूस दोनों की सामरिक नीतियों के अनुरूप है तथा आधुनिक सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में उनकी साझा प्राथमिकताओं को दर्शाता है।
- मुख्य क्षेत्र:
- संयुक्त सामरिक अभ्यास
- लाइव-फायर ट्रेनिंग
- मरुस्थलीय परिस्थितियों में निकट-क्षेत्रीय युद्ध अभ्यास
- बंधक-मुक्ति अभियानों, उग्रवादी नेटवर्कों के उन्मूलन तथा सुदृढ़ ठिकानों पर सटीक प्रहार की सिमुलेटेड (काल्पनिक) मिशन गतिविधियाँ
- विशेषताएँ:
- इस अभ्यास में उच्च तीव्रता वाले सैन्य अभ्यास (High-intensity Drills) शामिल हैं, जिनमें मानवरहित हवाई वाहनों (UAV) के उपयोग से टोही (Reconnaissance) और लक्ष्य निर्धारण (target acquisition) का समन्वय किया जाएगा।
- वायु समर्थन (Air Support) समन्वय और सीमित दृश्यता वाले वातावरण में तोपखाने और बख्तरबंद तत्त्वों (Artillery and Armoured Elements) का समन्वय भी अभ्यास के प्रमुख घटक हैं।
- सैनिक कठोर सहभागिता नियमों (Strict Rules of Engagement) के अंतर्गत कार्य करेंगे, ताकि अभियानों का निष्पादन यथार्थपूर्ण और अनुशासित ढंग से हो सके।
- ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:
- ‘इंद्र’ शृंखला के सैन्य अभ्यासों की शुरुआत वर्ष 2003 में हुई थी और इसका आयोजन भारत और रूस में क्रमशः किया जाता है।
- इसका अंतिम आयोजन वर्ष 2021 में हुआ था, परंतु वर्ष 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद यह शृंखला अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई थी।
- महत्त्व: तेज़ी से विकसित होती सैन्य तकनीकों और संयुक्त अभियानों के संदर्भ में यह अभ्यास दोनों देशों को अपनी रणनीतियों को परिष्कृत करने तथा परस्पर सहयोग और तालमेल (interoperability) को सुदृढ़ करने में सहायता करता है विशेष रूप से विपरीत परिस्थितियों में संचालन की क्षमता बढ़ाने हेतु।