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मॉरीशस में PASSEX और EEZ निगरानी

  • 11 Sep 2025
  • 15 min read

स्रोत: द हिंदू

  • भारतीय नौसेना के प्रथम प्रशिक्षण स्क्वाड्रन (1TS) (INS तीर, ICGS सारथी और INS शार्दुल) के जहाज़ों ने अपनी लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में ला रियूनियन (फ्राँस) और पोर्ट लुईस (मॉरीशस) में बंदरगाहों का दौरा किया। 
  • फ्राँस:  ला रियूनियन में, INS तीर और ICGS सारथी ने फ्राँसीसी नौसेना के साथ एक जलयात्रा अभ्यास (पासेक्स) किया तथा क्षेत्रीय सुरक्षा तथा भारत-फ्राँस नौसैनिक साझेदारी को मज़बूत करने पर चर्चा की। 
  • मॉरीशस: पोर्ट लुईस में INS शार्दुल ने मॉरीशस के साथ संयुक्त अनन्य आर्थिक क्षेत्र (EEZ) गश्त, प्रशिक्षण और आउटरीच का आयोजन किया, जिससे भारत-मॉरीशस संबंधों को बढ़ावा मिला। 
  • महत्त्व: ला रियूनियन और मॉरीशस में एक साथ होने वाले 1TS बंदरगाह दौरे, समुद्री सहयोग, क्षेत्रीय स्थिरता और हिंद महासागर क्षेत्र में महासागर (MAHASAGAR) विज़न के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को उजागर करते हैं।

पोत का नाम 

विवरण 

INS तीर  

भारतीय नौसेना का पहला समर्पित कैडेट प्रशिक्षण पोत। नौसेना द्वारा डिज़ाइन किया गया और मझगाँव डॉक लिमिटेड, मुंबई द्वारा निर्मित। कोच्चि में स्थित। इसमें डेका कोलिज़न अवॉइडेंस प्लॉट (Decca Collision Avoidance Plot) और सैटनेव (Satellite Navigation System) लगा है। 

भारतीय तटरक्षक पोत सारथी (ICGS Sarathi) 

गोवा शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा स्वदेशी रूप से निर्मित तीसरा अपतटीय गश्ती पोत (Offshore Patrol Vessel - OPV)। यह भारत के पश्चिमी तट और द्वीपीय क्षेत्रों में तटरक्षक की परिचालन क्षमता को बढ़ाता है। 

INS शार्दुल 

अपने उभयचर युद्ध वर्ग का प्रमुख पोत। कोच्चि में स्थित। इसने कैडेट प्रशिक्षण, हिंद महासागर निगरानी और मानवीय मिशन संचालित किये। वर्ष 2020 में मेडागास्कर को राहत पहुँचाई, जो किसी भारतीय युद्धपोत द्वारा भेजा गया सबसे बड़ा राहत भार था। 

और पढ़ें: भारत का समुद्री मार्ग 
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