प्रारंभिक परीक्षा
पद्म पुरस्कार
- 02 Jun 2025
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स्रोत: पी.आई.बी
चर्चा में क्यों?
भारत के राष्ट्रपति ने वर्ष 2025 के लिये पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री पुरस्कार 139 विशिष्ट व्यक्तियों को प्रदान किये, जिनके नाम 76वें गणतंत्र दिवस 2025 की पूर्व संध्या पर घोषित किये गए थे।
पद्म पुरस्कार क्या हैं?
- परिचय: वर्ष 1954 में स्थापित, पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक हैं, जिनकी घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर की जाती है।
- उनका उद्देश्य सार्वजनिक सेवा से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता को सम्मानित करना है।
- श्रेणियाँ: पुरस्कार 3 श्रेणियों में दिये जाते हैं:
- पद्म विभूषण: असाधारण और विशिष्ट सेवा (पदानुक्रम में सर्वोच्च)।
- पद्म भूषण: उच्चतर क्रम की विशिष्ट सेवा।
- पद्मश्री: विशिष्ट सेवा।
- पद्म पुरस्कारों में पद्म विभूषण सर्वोच्च है, उसके बाद पद्म भूषण और फिर पद्म श्री हैं।
- प्रस्तुति और मान्यता: पद्म पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा मार्च/अप्रैल माह में प्रदान किये जाते हैं। प्राप्तकर्त्ताओं को एक सनद (प्रमाण-पत्र), एक पदक तथा एक प्रतीक चिह्न (रिप्लिका) प्रदान किया जाता है, जिसका उपयोग औपचारिक अवसरों पर किया जाता है।
- क्षेत्र: ये पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक कार्य, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार एवं उद्योग, चिकित्सा, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, सिविल सेवा सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिये प्रदान किये जाते हैं।
- पात्रता: जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिये पात्र हैं।
- वर्ष 2014 से सरकार पद्म पुरस्कारों से "गुमनाम नायकों" को सम्मानित कर रही है और अब इन्हें "पीपुल्स पद्म" बना दिया गया है। इस वर्ष 30 ऐसे लोगों को सम्मानित किया गया।
- जूरी संरचना: सभी पद्म पुरस्कार नामांकनों की समीक्षा पद्म पुरस्कार समिति द्वारा की जाती है, जिसे प्रतिवर्ष प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्त किया जाता है और कैबिनेट सचिव इसकी अध्यक्षता करते हैं ।
- समिति में गृह सचिव, राष्ट्रपति के सचिव तथा चार से छह प्रतिष्ठित व्यक्ति सदस्य के रूप में शामिल होते हैं।
- इसकी सिफारिशें अंतिम अनुमोदन के लिये प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को प्रस्तुत की जाती हैं।
- सीमाएँ: पद्म पुरस्कार आमतौर पर मरणोपरांत नहीं दिये जाते हैं और उच्च श्रेणी का पुरस्कार पाँच वर्ष के बाद ही प्रदान किया जाता है, जब तक कि पुरस्कार समिति कोई अपवाद न करे।
- यह पुरस्कार कोई उपाधि नहीं है और इसका उपयोग प्राप्तकर्त्ता के नाम के उपसर्ग या प्रत्यय के रूप में नहीं किया जा सकता।
- यह प्रतिवर्ष अधिकतम 120 पुरस्कारों तक सीमित है ( मरणोपरांत , अनिवासी भारतीयों (NRI), विदेशियों और भारत के विदेशी नागरिकता (OCI) प्राप्तकर्त्ताओं को छोड़कर)।
नोट: वर्ष 1978 और वर्ष 1979 तथा वर्ष 1993 से वर्ष 1997 के दौरान पद्म पुरस्कार प्रदान नहीं किये गए।
- भारतीय संविधान का अनुच्छेद 18(1) राज्य को सैन्य और शैक्षणिक उपाधियों को छोड़कर व्यक्तियों को उपाधियाँ प्रदान करने पर रोक लगाता है।
- भारत रत्न, पद्म विभूषण और पद्म श्री जैसे पुरस्कार अपवाद हैं क्योंकि ये असाधारण कार्य को सम्मानित करते हैं।
- बालाजी राघवन बनाम भारत संघ (1996) में, न्यायालय ने निर्णय दिया कि राष्ट्रीय पुरस्कार अनुच्छेद 18(1) के तहत शीर्षक नहीं हैं।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)प्रिलिम्सप्रश्न. भारत रत्न और पद्म पुरस्कारों के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2021)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही नहीं हैं? (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (d) |