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बँधुआ हाथी (स्थानांतरण या परिवहन) नियम, 2024

  • 23 Mar 2024
  • 5 min read

स्रोत: द हिंदू

चर्चा में क्यों? 

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEF&CC) ने बँधुआ हाथी (स्थानांतरण या परिवहन) नियम, 2024 को अधिसूचित किया है, जो राज्यों के अंदर या राज्यों के बीच हाथियों को स्थानांतरित करने की शर्तों को उदार बनाता है।

बँधुआ हाथी (स्थानांतरण या परिवहन) नियम, 2024 क्या हैं?

  • बँधुआ हाथियों के स्थानांतरण की परिस्थितियाँ: स्थानांतरण तब हो सकता है, जब:
    • हाथी का मालिक अब हाथी के कल्याण को पर्याप्त रूप से बनाए रखने में सक्षम नहीं है
    • यदि यह निर्धारित हो जाए, कि हाथी को उसकी वर्तमान स्थिति की तुलना में नई परिस्थितियों में बेहतर देखभाल की जा सकेगी।
    • मुख्य वन्यजीव वार्डन मामले की विशिष्ट परिस्थितियों के आधार पर हाथी के संरक्षण के लिये इसे आवश्यक मान सकते हैं।
  • राज्य के अंदर प्रक्रिया:
    • किसी राज्य के अंदर स्थानांतरण से पहले, पशुचिकित्सक द्वारा हाथी के स्वास्थ्य की पुष्टि की जानी चाहिये
    • वर्तमान और संभावित दोनों आवासों की उपयुक्तता को उप वन संरक्षक द्वारा सत्यापित किया जाना चाहिये।
    • इन आकलनों के आधार पर स्थानांतरण की स्वीकृति या अस्वीकृति मुख्य वन्यजीव वार्डन के विवेक पर निर्भर करती है।
  • राज्य के बाहर की प्रक्रिया:
    • किसी राज्य के बाहर हाथियों को स्थानांतरित करने के लिये भी इसी तरह की शर्तें लागू होती हैं।
    • इसके अतिरिक्त, स्थानांतरण से पहले हाथी की आनुवंशिक प्रोफाइल को MoEF&CC के साथ पंजीकृत किया जाना चाहिये
  • हाथी स्थानांतरण के लिये आवश्यकताएँ:
    • हाथी के साथ एक महावत और एक हाथी सहायक होना चाहिये।
    • परिवहन के लिये उपयुक्तता की पुष्टि करने वाले पशु चिकित्सक से स्वास्थ्य प्रमाण-पत्र प्राप्त करना अनिवार्य है।
    • यदि संक्रामक रोगों के लिये आवश्यक हो, तो क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद परिवहन होना चाहिये।
    • परिवहन के दौरान उचित भोजन और पानी की व्यवस्था की जानी चाहिये।
    • घबराए या चिड़चिड़ा हाथियों को नियंत्रित करने के लिये पशु चिकित्सक के परामर्श पर ट्रैंक्विलाइज़र/शामक दवाओं का उपयोग किया जाएगा।

नोट:

  • अगस्त 2022 तक, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 ने जंगली और बंदी हाथियों सहित दोनों वन्यजीवों के व्यापार पर स्पष्ट रूप से प्रतिबंध था
  • बंदी हाथी (स्थानांतरण या परिवहन) नियम, 2024,वन्यजीव संरक्षण अधिनियम,2022 में संशोधन से निर्मित किये गए है, जिसमें बंदी हाथियों को वन्यजीव व्यापार पर प्रतिबंध से छूट दी गई है।
    • एक संसदीय समिति ने हाथियों के लिये इस छूट को हटाने और सिर्फ मंदिर ट्रस्टों के स्वामित्व वाले हाथियों के लिये छूट प्रदान करने की सिफारिश की तथा तर्क दिया, कि परंपराओं एवं संरक्षण के बीच "सावधानीपूर्वक संतुलन" की आवश्यकता है।
    • अंतिम संशोधित अधिनियम इस छूट को यथावत रखता है, उन हाथियों के स्थानांतरण की अनुमति देता है, जिनके पास पहले से ही स्वामित्व का प्रमाण-पत्र है, भले ही इसे हटाने के प्रस्ताव किये गए थे।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न   

 प्रश्न. भारतीय हाथियों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2020)

  1. हाथियों के समूह का नेतृत्व मादा करती है। 
  2. गर्भधारण की अधिकतम अवधि 22 महीने हो सकती है। 
  3. एक मादा हाथी सामान्य रूप से केवल 40 वर्ष की आयु तक बच्चे को जन्म दे सकती है। 
  4. भारतीय राज्यों में सबसे अधिक हाथी जनसंख्या केरल में है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1 और  2  
(b) केवल 2 और 4 
(c) केवल 3  
(d) केवल 1, 3 और 4 

उत्तर: (a)

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