रैपिड फायर
पश्चिमी घाट में ब्लैक एस्परगिलस
- 12 Sep 2025
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शोधकर्त्ताओं ने पश्चिमी घाट में एस्परगिलस सेक्शन निगरी (जिसे आमतौर पर ब्लैक एस्परगिलस के रूप में जाना जाता है) की दो नई प्रजातियों, एस्परगिलस ढाकेफाल्करी और एस्परगिलस पेट्रीसियाविल्टशायरी की पहचान की है, जो उन्नत पॉलीफेसिक टैक्सोनॉमी (कवक विज्ञान) का उपयोग करके इस समूह में भारत का पहला अध्ययन है।
- पश्चिमी घाट यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है और जैव विविधता के आठ "सबसे गर्म हॉटस्पॉट्स" में से एक है।
ब्लैक एस्परगिलस
- यह विभिन्न पारिस्थितिक स्थानों में सर्वत्र पाए जाने वाले तंतुमय कवकों (filamentous fungi) का एक विविध समूह है, जो चिकित्सकीय, औद्योगिक और पारिस्थितिक दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण हैं।
- इन्हें ‘औद्योगिक अनुप्रयोगों के वर्कहॉर्स’ (workhorses of industrial application) के रूप में भी जाना जाता है, विशेषकर साइट्रिक अम्ल उत्पादन, खाद्य माइकोलॉजी, किण्वन प्रौद्योगिकी और कृषि में।
विश्व के 8 सबसे गर्म जैवविविधता हॉटस्पॉट
- अपनी असाधारण प्रजाति समृद्धि और स्थानिकता के कारण 8 को "सबसे गर्म स्थान" के रूप में मान्यता प्राप्त है।
- मेडागास्कर: यहाँ की 90% वन्य प्रजातियाँ पृथ्वी पर कहीं और नहीं पाई जाती, जिसमे लंगूर (लीमर), गिरगिट और बाओबाब वृक्ष शामिल है।
- फिलीपींस: 52,000 से अधिक प्रजातियाँ, समृद्ध वर्षावन, प्रवाल भित्तियाँ और मैंग्रोव वन, इसमें फिलीपीन ईगल और टार्सियर शामिल हैं।
- सुंडालैंड (दक्षिण-पूर्व एशिया): सबसे प्राचीन उष्णकटिबंधीय वर्षावन, ओरंगउटान, , सुमात्रा बाघ, पिग्मी हाथी पाए जाते हैं।
- ब्राज़ील के अटलांटिक वन: केवल लगभग 12% शेष यहाँ गोल्डन लायन टैमरिन, स्लॉथ और विविध पौधों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
- कैरेबियन द्वीपसमूह: 7,000 से अधिक द्वीप; उष्णकटिबंधीय वन, प्रवाल भित्तियाँ, मैंग्रोव वन, अद्वितीय पक्षी, सरीसृप और उभयचर।
- इंडो-बर्मा क्षेत्र: पूर्वोत्तर भारत से वियतनाम तक, यहाँ साओला पाई जाती है, जो अत्यधिक संकटग्रस्त है।
- पश्चिमी घाट और श्रीलंका – स्थानिक प्रजातियाँ जैसे शेरपूँछ मकाक, नीलगिरि तहर और श्रीलंकाई तेंदुआ।
- ईस्टर्न आर्क और तटीय वन (तंजानिया और केन्या) – प्राचीन वन, स्थानिक उल्लू, कोलोबस बंदर और विशिष्ट पौधे पाए जाते हैं।
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