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भारतीय अर्थव्यवस्था

चीनी उत्पादन से जुड़े विभिन्न क्षेत्र

  • 06 Jan 2020
  • 4 min read

प्रीलिम्स के लिये:

उचित एवं लाभकारी मूल्य, कृषि लागत एवं मूल्य आयोग

मेन्स के लिये:

भारत में चीनी उत्पादन से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों की स्थिति

चर्चा में क्यों?

चालू विपणन वर्ष के पहले तीन महीनों में देश का चीनी उत्पादन 30.22% घटकर 7.79 मिलियन टन हो गया।

मुख्य बिंदु:

  • ‘इंडियन शुगर मिल एसोशिएसन’ (Indian Sugar Mills Association- ISMA) के अनुसार, चीनी मिलों ने सरकार के ‘अधिकतम स्वीकार्य निर्यात मात्रा कोटा’ (Maximum Admissible Export Quantity Quota-MAEQ) के तहत 2.5 मिलियन टन से अधिक चीनी के निर्यात के लिये अनुबंध किया है।
  • हालाँकि चीनी का निर्यात अभी भी अच्छी स्थिति में है।

चीनी की एक्स-मिल कीमतें:

  • ISMA के अनुसार, केंद्र सरकार ने वर्ष 2019-20 के लिये ‘उचित और लाभकारी मूल्य’ (Fair and Remunerative Price-FRP)) में बढ़ोतरी नहीं की है, अतः उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब आदि राज्य सरकारों ने भी ‘प्रदेश परामार्शित मूल्य’ (State Advised Price-SAP) में बढ़ोतरी नहीं की है, इसीलिये चीनी की एक्स-मिल कीमतें स्थिर बनीं हुई हैं। इससे चीनी मिलें किसानों को समय पर गन्ना मूल्य का भुगतान करने के लिहाज़ से बेहतर स्थिति में हैं।
  • ISMA के अनुसार, चीनी की एक्स-मिल कीमतें उत्तर भारत में 3,250-3,350 रुपए प्रति क्विंटल और दक्षिण भारत में 3100-3250 रुपए प्रति क्विंटल के दायरे में स्थिर बनी हुई हैं।

अनुमानित उत्पादन:

  • ISMA ने वर्ष 2019-20 के लिये अपने पहले अनुमान में 26 मिलियन टन चीनी उत्पादन का अनुमान लगाया है, जबकि वर्ष 2018-19 में यह 33.16 मिलियन टन था।
  • देश के सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन दिसंबर 2019 तक घटकर 1.65 मिलियन टन रह गया, जबकि वर्ष 2018-19 में इस अवधि में 4.45 मिलियन टन चीनी का उत्पादन हुआ था।

चीनी की औसत प्राप्ति:

  • बाढ़ से प्रभावित गन्ने की फसल में सुक्रोज की मात्रा कम होने से महाराष्ट्र में चीनी की औसत प्राप्ति वर्ष 2018-19 की तुलना में 10.5% से घटकर 10 रह गई।
  • दिसंबर 2019 के अंत में कुल 137 चीनी मिलें कार्यरत थीं, जबकि वर्ष 2018-19 में इस अवधि के दौरान 189 मिलें कार्यरत थीं।

उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन में वृद्धि:

  • चीनी के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन वर्ष 2018-19 के 3.10 मिलियन टन की तुलना में वर्ष 2019-20 में बढ़कर 3.31 मिलियन टन हो गया है।

उचित और लाभप्रद मूल्य:

स्रोत- द हिंदू

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