मुख्य परीक्षा
पीएम-आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM-ABHIM)
- 30 Oct 2025
- 61 min read
चर्चा में क्यों?
प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM-ABHIM) को अक्तूबर 2021 में लॉन्च किया गया था, ताकि कोविड-19 महामारी के दौरान उजागर हुई भारत की स्वास्थ्य प्रणाली की कमियों को दूर किया जा सके और भविष्य की स्वास्थ्य आपदाओं के लिये तैयारी को सुदृढ़ किया जा सके।
- यह मिशन सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के लक्ष्यों को आगे बढ़ाता है और SDG-3 के उद्देश्यों के अनुरूप है।
PM-ABHIM क्या है?
- परिचय: PM-ABHIM देशव्यापी सबसे बड़े स्वास्थ्य अभियानों में से एक है, जिसका उद्देश्य एक लचीली, सुलभ और आत्मनिर्भर सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली का निर्माण करना है, जो वर्तमान एवं भविष्य की स्वास्थ्य आपात स्थितियों का प्रभावी ढंग से सामना करने में सक्षम हो।
- उद्देश्य एवं क्रियान्वयन: इसका उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच स्वास्थ्य सेवा वितरण के अंतराल को पाटना है।
- यह केंद्रीय प्रायोजित योजना (CSS) के तहत संचालित होती है और वित्त वर्ष 2021–22 से वर्ष 2025–26 के बीच प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक स्तरों पर स्वास्थ्य अवसंरचना को सुदृढ़ करने पर केंद्रित है।
- वन हेल्थ दृष्टिकोण: यह मिशन रोग निगरानी, अनुसंधान और वन हेल्थ दृष्टिकोण को अपनाने पर ज़ोर देता है, जो मानव, पशु एवं पर्यावरणीय स्वास्थ्य की परस्पर निर्भरता को मान्यता देता है।
- PM-ABHIM के प्रमुख घटक:
- आयुष्मान आरोग्य मंदिर (AAM): उप-स्वास्थ्य केंद्रों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ग्रामीण (R-AAM) और शहरी (U-AAMs) इकाइयों में उन्नत किया जा रहा है, ताकि समग्र स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जा सकें।
- ब्लॉक सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयाँ (BPHU): स्थानीय स्वास्थ्य प्रशासन और सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिये स्थापित की गई हैं।
- एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाएँ (IPHL): ज़िला स्तर पर उन्नत निदान और रोग निगरानी के लिये प्रयोगशालाएँ स्थापित की जा रही हैं।
- गहन देखभाल अस्पताल ब्लॉक्स (CCBs): उच्च जनसंख्या वाले ज़िलों में नए तृतीयक देखभाल केंद्र स्थापित किये जा रहे हैं।
- स्वास्थ्य निगरानी एवं IT प्रणालियाँ: पूरे देश की प्रयोगशालाओं को जोड़ने वाला रीयल-टाइम डिजिटल नेटवर्क विकसित किया जा रहा है।
- स्वास्थ्य अनुसंधान एवं नवाचार: संक्रामक रोगों और वन हेल्थ पहलों पर अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिये सहायता प्रदान की जा रही है।
- महत्त्व:
- समग्र स्वास्थ्य प्रणाली सुदृढ़ीकरण: AAM, IPHL और CCB की स्थापना तथा उन्नयन के माध्यम से यह मिशन सुनिश्चित करता है कि स्वास्थ्य सेवाएँ सभी के लिये, विशेष रूप से वंचित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिये सुलभ हों।
- निगरानी प्रणालियों का विस्तार: PM-ABHIM भारत के रोग निगरानी नेटवर्क को सुदृढ़ करता है, जिससे ब्लॉक, ज़िला, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर रीयल-टाइम डेटा एकीकरण संभव हो सके।
- सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (UHC) का समर्थन: अवसंरचना के निर्माण और सेवा वितरण में सुधार के माध्यम से, PM-ABHIM भारत की सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने तथा सतत् विकास लक्ष्य 3 (SDG-3) को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता को सशक्त करता है, ताकि प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित हो।
- विकेंद्रीकृत स्वास्थ्य सेवा वितरण: PM-ABHIM स्थानीय स्वास्थ्य सेवा को बढ़ावा देता है, जिसमें उप-स्वास्थ्य केंद्रों का उन्नयन और झुग्गी तथा वंचित शहरी क्षेत्रों में शहरी स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्रों (U-AAMs) की स्थापना शामिल है, जिससे प्राथमिक देखभाल सेवाओं तक पहुँच में सुधार होता है।
भारत की प्रमुख स्वास्थ्य देखभाल पहलें कौन-सी हैं?
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन:
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का उद्देश्य सामुदायिक स्वामित्व वाली तथा विकेंद्रीकृत स्वास्थ्य प्रणाली का निर्माण करना है, ताकि स्वास्थ्य सेवाएँ सुलभ, किफायती और समान रूप से उपलब्ध हो सकें, विशेष रूप से कमज़ोर एवं वंचित समूहों के लिये।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति (2017):
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति, 2017 ने भारत की स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था के रूपांतरण की आधारशिला रखी।
- इसने सामुदायिक आधारित स्वास्थ्य प्रणालियों के महत्त्व पर बल दिया तथा प्रशिक्षित प्राथमिक प्रत्युत्तरकर्त्ताओं, स्थानीय स्वशासन संस्थाओं एवं सामुदायिक संगठनों की भूमिका को रेखांकित किया, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच और आपदा तैयारी को सुदृढ़ किया जा सके।
- NHM की सफलता पर आधारित, आयुष्मान भारत योजना (2018) ने भारत की सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (UHC) की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाया।
- यह योजना निवारक, प्रोत्साहक और उपचारात्मक स्वास्थ्य हस्तक्षेपों को एकीकृत करती है। इस योजना के चार प्रमुख स्तंभ हैं:
- आयुष्मान भारत योजना (2018):
- आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB–PMJAY)
- आयुष्मान आरोग्य मंदिर (AAM)
- आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM)
- प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM–ABHIM)
WHO का वैश्विक महामारी समझौता
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अपनी 78वीं वर्ल्ड हेल्थ असेंबली में WHO संविधान के अनुच्छेद 19 के तहत पहली वैश्विक महामारी संधि अपनाई।
- इसका उद्देश्य वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा को सुदृढ़ करना और महामारी के दौरान समान एवं न्यायसंगत प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना है।
- 20 मई, 2025 को अपनाया गया यह समझौता निदान, टीकों और उपचारों तक समय पर पहुँच सुनिश्चित करने के लिये अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देता है।
- यह तंबाकू नियंत्रण पर वर्ष 2003 के फ्रेमवर्क कन्वेंशन के बाद दूसरा वैश्विक कानूनी उपकरण है।
निष्कर्ष:
अपनी शुरुआत के चार वर्षों बाद प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM-ABHIM) ने महामारी तैयारी, अवसंरचना आधुनिकीकरण और रोग निगरानी में निवेश के माध्यम से भारत के स्वास्थ्य परिदृश्य को रूपांतरित कर दिया है। PM-ABHIM, सभी नागरिकों के लिये एक सुरक्षित, स्वस्थ और अधिक समान भविष्य के निर्माण के प्रयासों में भारत की मुख्य आधारशिला के रूप में कार्य कर रहा है।
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दृष्टि मेन्स प्रश्न
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ):
प्रश्न. PM-ABHIM कब शुरू किया गया था?
यह मिशन अक्तूबर 2021 में शुरू किया गया था, जिसके लिये ₹64,180 करोड़ का प्रावधान वित्त वर्ष 2021–2026 की अवधि के लिये किया गया।
प्रश्न. प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM-ABHIM) का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका मुख्य उद्देश्य है भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य अवसंरचना को सुदृढ़ करना, रोग निगरानी प्रणाली में सुधार करना और सभी स्तरों पर किफायती एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक समान पहुँच सुनिश्चित करना।
प्रश्न. PM-ABHIM अन्य स्वास्थ्य पहलों को कैसे पूरक बनाता है?
यह मिशन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) और आयुष्मान भारत योजना को पूरक बनाता है, क्योंकि यह अवसंरचना, अनुसंधान और महामारी तैयारी पर ग्रामीण एवं शहरी दोनों क्षेत्रों में ध्यान केंद्रित करता है।
प्रश्न. PM-ABHIM के प्रमुख घटक कौन-कौन से हैं?
इसके प्रमुख घटक हैं — आयुष्मान आरोग्य मंदिर (AAM), ब्लॉक सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयाँ (BPHU), एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाएँ (IPHL), गहन देखभाल अस्पताल ब्लॉक्स (CCB) तथा IT-सक्षम रोग निगरानी प्रणाली
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UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)
प्रीलिम्स
प्रश्न. राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के संदर्भ में, प्रशिक्षित सामुदायिक स्वास्थ्व कार्यकर्त्ता, 'आशा' (ASHA) के कार्य निम्नलिखित में से कौन-से हैं? (2012)
- स्त्रियों को प्रसव-पूर्व देखभाल जाँच के लिये स्वास्थ्य सुविधा केंद्र साथ ले जाना
- गर्भावस्था के प्रारंभिक संसूचन के लिये गर्भावस्था परीक्षण किट प्रयोग करना
- पोषण एवं प्रतिरक्षण के विषय में सूचना देना
- बच्चे का प्रसव कराना
निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिये:
(a) केवल 1, 2 और 3
(b) केवल 2 और 4
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2, 3 और 4
उत्तर: (a)
मेन्स
प्रश्न. सार्विक स्वास्थ्य संरक्षण प्रदान करने में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की अपनी परिसीमाएँ हैं। क्या आपके विचार में खाई को पाटने में निजी क्षेत्रक सहायक हो सकता है? आप अन्य कौन-से व्यवहार्य विकल्प सुझाएंगे? (2015)
